अनियमित पीरियड्स से हैं परेशान तो जरूर अपनाएं ये टिप्स

पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है, लेकिन कभी-कभी महिलाओं को पीरियड्स में देरी की समस्या से भी गुजरना पड़ता है। पीरियड्स में देरी होने से यह कई बार पीड़ादायक हो जाता है। हालांकि, आजकल महिलाएं दवाइयों के सेवन से पीरियड्स को जल्दी या देरी से लाने की कोशिश करती हैं, लेकिन इनका असर स्वास्थ्य पर नकारात्मक रूप से पड़ता है। ऐसे में महिलाओं के लिए इन टिप्स को फॉलो करना फायदेमंद हो सकता है।
अगर महिलाएं ये चाहती हैं कि उनके पीरियड्स अनियमित न हो तो तनाव को अपने ऊपर हावी होने न दें, क्योंकि तनाव भी अनियमित पीरियड्स की एक मुख्य वजह हो सकता है। बता दें कि अत्यधिक तनाव लेने के कारण न सिर्फ पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं बल्कि पाचन क्रिया मंद पड़ने, नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली में कमी आने और प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने जैसी समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती हैं।
खान-पान संबंधी आदतों के कारण भी पीरियड्स अनियमित हो सकती है, इसलिए अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। बेहतर होगा कि आप किसी भी समय कुछ भी खाने से बचें और एक खाने का एक समय निश्चित कर लें। इसके अलावा सुबह के नाश्ते में संतुलित और पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल करें। साथ ही दोपहर और रात के खाने का समय भी निश्चित करें व पूरे दिन में छोटे-छोटे मिलों का सेवन करते रहें।
यह सिर्फ कहने की बात नहीं है कि पानी के सेवन का मतलब कई बीमारियां छूमंतर क्योंकि यह एक हकीकत है। शरीर को पोषण प्रदान करने में पानी अहम भूमिका निभाता है और कई बीमारियों से राहत दिलाने में भी मदद करता है, जिसमें अनियमित पीरियड्स भी शामिल हैं। खुद को बीमारियों से दूर रखने, हाइड्रेशन और शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए दिनभर में 8-10 गिलास पानी का सेवन बेहद ही जरूरी है।
अगर महिलाएं ये चाहती हैं कि उनके पीरियड्स सही समय पर आए तो उनके लिए हर रोज कम से कम दस मिनट के लिए ध्यान लगाना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे तनाव के स्तर को कम करने के साथ-साथ शरीर में स्थिरता और मानसिक संतुलन बनाएं रखने में मदद मिलती है। वहीं, नियमित रूप से योगाभ्यास करने से भी अनियमित पीरियड्स की समस्या से राहत मिलता है और कई अन्य स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।