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8 नवंबर को लगेगा चंद्रमा को साल का आखिरी ग्रहण, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
जानिए साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का समय और इसे देखने के तरीके

8 नवंबर को लगेगा चंद्रमा को साल का आखिरी ग्रहण, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

लेखन अंजली
Nov 02, 2022
12:42 pm

क्या है खबर?

अभी 25 अक्टूबर को साल का आखिरी आंशिक सूर्य ग्रहण देखा गया था और अब 8 नवंबर को इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इसे 'ब्लड मून' कहा जाता है। सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आने पर चंद्र ग्रहण होता है। इस बार यह स्थिति कार्तिक पूर्णिमा को आ रही है। आइए आज हम आपको इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

समय

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या होता है?

चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। इससे चंद्रमा पर काली छाया देखने को मिलती है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के मुताबिक, यह ग्रहण करीब छह घंटे तक 8:02 से 13:50 (UTC) तक रहेगा। इस दाैरान चंद्रमा मेष राशि में होगा और यह लाल रंग का दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 8 नवंबर को शाम 5:32 से प्रारंभ होकर शाम 7:27 बजे तक रहेगा।

जगह

यह कहां दिखाई देगा?

ग्रहण के समय चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में होगा और यह भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। इसी तरह इसे उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, इक्वाडोर, कोलंबिया और वेनेजुएला, पेरू के पश्चिमी भागों, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कुछ हिस्सों में भी देखा जा सकेगा। वहीं, अलास्का और हवाई के लोगों को इस ग्रहण के सभी चरणों को देखने का मौका मिलेगा।

तरीके

कैसे देखें साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण?

अगर आप इस घटना को देखने के इच्छुक हैं तो इसके लिए आपको किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं है। टेलीस्कोप या दूरबीन का उपयोग करने से ब्लड मून का शानदार दृश्य देखने को मिल सकता है। हालांकि, अगर बादल या धुंध के कारण आपको चंद्र ग्रहण देखने में दिक्कत हो तो आप नासा के डायल-ए-मून के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग भी देख सकते हैं।

खासियत

यह चंद्र ग्रहण खास क्यों है?

अगर आप 8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण देख नहीं पाते हैं तो आपको अगले चंद्र ग्रहण को देखने के लिए 14 मार्च, 2025 तक इंतजार करना होगा। हालांकि, इस अवधि में आंशिक चंद्र ग्रहण होता रहेगा। साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण इसलिए भी खास है, क्योंकि चांद लाल रंग का दिखाई देगा और चंद्रमा को सूर्य की सिर्फ वही रोशनी मिलेगी जो पृथ्वी के आस-पास बिखरी हुई होगी।