ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए बेहतरीन है नागालैंड के ये पांच हाइकिंग ट्रेल्स
भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित नागालैंड पहाड़ों की खूबसूरती से सजा राज्य है। नगालैंड के खूबसूरत स्थल पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही आकर्षक है, क्योंकि यहां का शांत वातावरण, हरे-भरे जंगल और सुंदर झीलें समेत रोमांचक हाइकिंग ट्रेल्स हैं। ये खूबियां इस जगह को ट्रेकिंग के शौकिनों के लिए आदर्श बनाती हैं। अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं तो नागालैंड के इन पांच प्रमुख हाइकिंग ट्रेल्स का रुख जरूर करें।
जुकोउ वैली ट्रेल
जुकोउ वैली अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले परिदृश्य के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से 2,438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस हाइकिंग ट्रेल को 'फूलों की घाटी' भी कहा जाता है। यह ट्रेक लगभग 27 किलोमीटर लंबा है और इसका कठिनाई स्तरर आसान से मध्यम श्रेणी वाला है। इस रास्ते पर आपको तरह-तरह के यूनिक फूल, लंबी घास और नीली पहाड़ियों का सुंगर वातावरण देखने को मिलेगा।
जप्फु पीक
नागालैंड की राजधानी कोहिमा में जप्फु पीक नागालैंड के सबसे खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है। दिलचस्प बात यह है कि यहां के पहाड़ का दृश्य स्विट्जरलैंड के स्विस आल्प्स से मिलता-जुलता है। ऐसे में आपको ऐसा लग सकता है कि आप स्विट्जरलैंड में ट्रेकिंग कर रहे हैं। इसी तरह इसके शहर की दूसरी सबसे ऊंची चोटी होने के कारण इस ट्रेक को बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है।
माउंट कपामोद्जु
नागालैंड के स्थानीय लोग माउंट कपामोद्जु को 'दूसरा जुकोउ' भी कहते हैं। यह सबसे ऊंचा टेबल-टॉप पर्वत है और नागालैंड की चौथी सबसे ऊंची चोटी है। यह 2,620 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह जगह जंगली फूलों से भरी हुई है। अगर आप यहां सर्दियों के दौरान आते हैं तो आप बर्फ से ढकी पहाड़ियों का आनंद ले सकते हैं। यहां ट्रेकिंग करना किसी रोमांच से कम नहीं है।
माउंट तियि
'दिवंगत आत्माओं के निवास' के रूप में भी जाना जाने वाला माउंट तियी कई तरह की अलौकिक मान्यताओं से घिरा हुआ है। यहां की ट्रेकिंग का रास्ता घाटियों, शांत नदियों, घास के मैदान और फूलों से गुजरता है। इस रास्ते की खूबसूरती आपका मनमोह लेगी। इस पर्वत की सैर की योजना बनाने के लिए अक्टूबर से फरवरी का समय सबसे अच्छा है। बता दें कि यह जगह समुद्र तल से 6,459 फीट ऊपर स्थित है।
माउंट सरमती
माउंट सरमती नागालैंड की सबसे ऊंची चोटी है और यह एक चुनौतीपूर्ण ट्रेक है। समुद्र तल से 12,552 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस रास्ते को पेशेवर लोग ही पूरा कर सकते हैं। यह पहाड़ काफी अलग है और इसमें मूसलाधार बारिश की स्थिति बनी रहती है। इस चोटी पर कैम्पिंग की अनुमति नहीं है। ऐसे में अपनी हाइकिंग करने की योजना उसी के अनुसार बनाएं।