
ये हैं भारत के पांच सबसे लोकप्रिय जनजातीय स्थल, एक बार जरूर जाएं
क्या है खबर?
यात्रा करने से हमें न केवल सुकून मिलता है, बल्कि देश की संस्कृति, विरासत और स्थानीय विशिष्टताओं के बारे में भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है।
भारत में अभी भी बहुत से ऐसे स्थान मौजूद हैं जो प्राचीन संस्कृति, अनुष्ठानों और कला का प्रतिनिधित्व करते हैं।
आज हम आपको भारत में ऐसे पांच लोकप्रिय आदिवासी स्थलों के बारे में बताएंगे, जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए।
#1
नागालैंड
भारत के पूर्वोत्तर राज्य अपनी आकर्षक आदिवासी संस्कृति के लिए खूब जाने जाते हैं।
नागालैंड में बहुत सारे आदिवासी गांव हैं। इनमें नागा जनजातियों सहित 16 से अधिक जनजातियां रहती हैं।
अन्य जनजातियों में अंगामी, एओ, चाकेसांग, चांग, खियामिनुंगन, कुकी, कोन्याक और लोथा जनजाति शामिल हैं।
पर्यटकों को यहां पर प्राचीन कला और संस्कृति के बारे में खूब जानने को मिलता है।
अगर आप दिसंबर में नागालैंड में मौजूद हैं तो कोहिमा में आयोजित हॉर्नबिल महोत्सव का दौरा जरूर करें।
#2
अंडमान और निकोबार द्वीप
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में चार तरह के आदिवासी समुदाय हैं जो नेग्रिटो समूह से संबंधित हैं।
इन समुदायों में ग्रेट अंडमानी, जरावास, ओन्गेस और सेंटिनली शामिल हैं।
यहां पर सदियों से आदिवासी रहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इनमें से कुछ आदिवासी समूहों का बाहरी दुनिया के साथ शून्य संपर्क है।
यहां आपको बारातंग द्वीप जरूर जाना चाहिए क्योंकि यहां पर आपको जारवा जनजाति रिजर्व की यात्रा करने का मौका मिलेगा।
#3
नीलगिरी
नीलगिरी तमिलनाडु में स्थित है। यहां स्थित टोडा आदिवासी समुदाय के घर आकर्षक आदिवासी स्थल हैं। यह UNESCO के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा भी है।
यहां पर आपको बांस, रतन और बेंत से बनी आधी बैरल वाली झोपड़ियां देखने को मिलेंगी। इनके मुख्य दरवाजे को डोगल कहा जाता है, जो लुढ़कती पहाड़ियों पर बसे होते हैं।
टोडा जनजाति शाकाहारी होती है और पवित्र भैंस की पूजा करते हैं।
#4
ओडिशा
ओडिशा में देश के सबसे लोकप्रिय जनजातीय स्थल मौजूद हैं। यहां पर कई ग्रामीण गांव हैं, जिनमें 60 से अधिक आदिवासी समूहों के घर हैं।
ये सभी लोग प्राचीन आदिवासी परंपराओं को संरक्षित करने में कामयाब भी रहे हैं। इन गांवों की यात्रा के लिए आप पुरी से सीधे बस से कर सकते हैं।
यहां के आदिवासी प्रतिभाशाली कलाकार हैं, इसलिए उनसे कुछ स्थानीय कला और हस्तशिल्प चीजें खरीदना बिल्कुल न भूलें।
#5
गुजरात
गुजरात के गिर जंगल में सिद्दी नाम का एक आदिवासी समुदाय रहता है। मूल रूप से अफ्रीका के रहने वाले ये आदिवासी अफ्रीका के बंटू समुदाय से जुड़े हुए हैं।
इसी कारण उनके निवास स्थान को गुजरात का अफ्रीका भी कहा जाता है।
इतिहासकारों के अनुसार, वह सभी 750 साल पहले पुर्तगालियों द्वारा गुलाम बनाकर भारत लाए गए थे।
इस जनजाति के कुछ लोग ईसाई धर्म को मानते हैं। इसके अलावा कर्नाटक में भी सिद्दियों की काफी आबादी है ।