वॉटर रिटेंशन के प्रभाव को कम करने में सहायक हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
वॉटर रिटेंशन का मतलब शरीर में असामान्य रूप से पानी और नमक की मात्रा का बढ़ना है। इसके कारण व्यक्ति का वजन संतुलित नहीं रहता और विभिन्न अंगों में सूजन आने लगती है। बता दें कि नमक का अधिक सेवन, पीरियड्स, हार्मोंन असंतुलन, हृदय की कमजोरी और गर्भावस्था आदि वॉटर रिटेंशन होने के कारण हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो वॉटर रिटेंशन के जोखिम कम करने में सहायक हैं।
उत्थित पार्श्वकोणासन
उत्थित पार्श्वकोणासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को एक दूसरे से दूर फैलाएं। अब दाहिने पैर के पंजे को बाहर की तरफ घुटने से धीरे-धीरे मोड़ें और उसी मुद्रा में नीचे की ओर बैठें, फिर अपने दाएं हाथ को दाएं पैर के पास जमीन पर रखें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर सीधा 90 डिग्री के एंगल में रखने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
अश्व संचालनासन
सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और पंजे को जमीन पर ही रखते हुए दाएं पैर के घुटने से मोड़ लें। इसके बाद अपने बाएं पैर को सीधा रखते हुए जितना हो सके शरीर के पीछे ले जाएं। अब अपने दोनों हाथों को दाएं पैर के बराबर में रखें और एकदम सामने की ओर देंखे। इसी मुद्रा में सामान्य रूप से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
कटिचक्रासन
कटिचक्रासन के लिए योगा मैट पर अपने पैरों को एक-दूसरे से थोड़ा दूर फैलाकर सीधे खड़े हो जाएं, फिर अपने हाथों को अपने सामने इस तरह फैलाएं कि हथेलियां एक-दूसरे के सामने हों। अब धीरे-धीरे अपने दाएं हाथ के साथ-साथ अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को भी दायीं ओर घुमाएं। दायीं ओर घुमाते समय दायां हाथ सीधा रहेगा और बायां हाथ मुड़ेगा। इसी प्रक्रिया को बायीं तरफ से भी दोहराएं। कुछ मिनट तक ऐसा करने के बाद सामान्य हो जाएं।
चक्रासन
चक्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर पैर फैलाते हुए पीठ के बल लेट जाएं। अब धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़े और एड़ियों को नितंबों से सटाएं, फिर अपनी कोहनियां मोड़कर हथेलियों को सिर के ऊपर से ले जाते हुए जमीन पर रखें। इसके बाद सामान्य तरीके से सांस लेते हुए धीरे-धीरे सिर को उठाने के साथ पीठ को मोड़ने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद सामान्य हो जाएं।