जानिए सेपना मुद्रा के अभ्यास का तरीका, इसके लाभ और अन्य महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
योग में ऐसी कई महत्वपूर्ण हस्त मुद्राएं हैं, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक हैं।
इन्हीं में शामिल सेपना मुद्रा हमारे लिए एक वरदान है क्योंकि यह हमारे शरीर, आत्मा और दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
रोजाना इस मुद्रा का अभ्यास करना हर उम्र के व्यक्ति के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
आइए आज आपको सेपना मुद्रा के अभ्यास का तरीका, इसके फायदे और इससे जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
अभ्यास
सेपना मुद्रा के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर सुखासन की मुद्रा में बैठें, फिर अपनी हथेलियों को एकसाथ चिपकाएं।
अब अपने दोनों हाथों की इंडेक्स फिंगर्स को एक साथ रखते हुए अन्य सभी अंगुलियों को मोड़ें और आपस में बांध लें, फिर इस मुद्रा को नीचे की तरफ मोड़ लें।
इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 10 से 15 मिनट तक इस मुद्रा को बनाए रखें।
सावधानियां
मुद्रा के अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर किसी व्यक्ति की हाल ही में कोई सर्जरी हुई है तो उसे सेपना मुद्रा नहीं करनी चाहिए।
अगर आपको ज्यादा देर तक बैठने में परेशानी होती है तो आप इस मुद्रा का अभ्यास लेटकर या खड़े होकर भी कर सकते हैं।
इस मुद्रा का अभ्यास करते समय नाक से ही सांस लें और मुंह से सांस लेने का प्रयास न करें।
शारीरिक रूप से कमजोर लोग इस मुद्रा का अभ्यास किसी योग गुरू की निगरानी में करें।
फायदे
सेपना मुद्रा के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे
इस मुद्रा की मदद से गुस्से को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
यह मुद्रा चिंता और तनाव जैसे मानसिक विकारों से भी छुटकारा दिला सकती है।
यह मुद्रा ध्यान केंद्रित करने की शक्ति और सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ाती है।
इस मुद्रा के अभ्यास से रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इस मुद्रा से मस्तिष्क के कार्य करने की क्षमता बढ़ती है।
यह मुद्रा शांति और विचारों में स्पष्टता लाने में भी सहायक है।
टिप्स
सेपना मुद्रा के अभ्यास से जुड़ी खास टिप्स
इस मुद्रा के अभ्यास के दौरान उंगलियों को अधिक न दबाएं, बल्कि सामान्य रूप से मुद्रा की अवस्था कायम रखें।
अगर आप पहली बार इस मुद्रा का अभ्यास करने वाले हैं तो आपको बता दें कि इसका अभ्यास सुबह के वक्त ही किया जाता है। वहीं, इसे करने के लिए योग गुरू की मदद लें।
इस मद्रा का अभ्यास किसी शांत जगह पर बैठकर करें ताकि आपका ध्यान पूरी तरह से इस पर केंद्रित हो सके।