हृदय रोगों से सुरक्षित रहने के लिए महिलाएं अपनी दिनचर्या में शामिल करें ये कार्डियो एक्सरसाइज
क्या है खबर?
जहां पहले हृदय रोगों को बढ़ती उम्र से जोड़ा जाता था, वहीं अब कम उम्र के लोग ही इससे प्रभावित हो रहे हैं।
इसका कारण गतिहीन जीवनशैली, गलत खान-पान और बुरी आदतें आदि हो सकता है। खैर वजह चाहे जो हो, हर किसी को हृदय के स्वास्थ्य पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।
आइए आज हम महिलाओं के लिए 5 आसान कार्डियो एक्सरसाइज बताते हैं, जो उन्हें हृदय रोगों से सुरक्षित रखने में सहयोग प्रदान कर सकती हैं।
#1
ब्रिस्क वॉक
कार्डियोलॉजिस्ट की मानें तो ब्रिस्क वॉक (तेज-तेज चलना) करने से हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।
कार्डियो एक्सरसाइज का यह रूप खून के प्रवाह को सुधारने के साथ-साथ तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
सबसे अच्छी बात है कि इस एक्सरसाइज को किसी भी समय और कहीं भी किया जा सकता है।
हर दिन 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक करना काफी है।
#2
दौड़
अगर आपको मोटापा या ऑस्टियोआर्थराइटिस नहीं है तो आप अपने दिनचर्या में दौड़ को भी शामिल कर सकते हैं।
यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत, ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित और परिसंचरण में सुधार करने में मदद कर सकता है।
साथ ही इस अधिक प्रभाव वाली एक्सरसाइज को रोजाना करने से हृदय का दौरा, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
#3
साइकिलिंग
महिलाएं रोजाना 10-15 मिनट तक साइकिल चलाकर भी अपने हृदय को रोगों से सुरक्षित रख सकती हैं।
इसका कारण है कि साइकिल चलाते समय दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं, जो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने और दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने में बहुत मददगार है।
इसके अतिरिक्त एक्सरसाइज से सिरोटोनिन, डोपामाइन और फेनिलइथिलामीन जैसे रसायनों का दिमाग में उत्पादन बढ़ता है, जिससे आप खुश महसूस करते हैं और टेंशन दूर होती है।
#4
सीढ़िया चढ़ना
हर दिन सीढ़ियों पर चढ़ना हृदय के लिए बहुत लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह एक्सरसाइज हृदय संबंधित कई समस्याओं से राहत देने में काफी मददगार साबित हो सकती है।
इतना ही नहीं हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को भी यह खत्म करने में सहायक है।
इसका मतलब यह हुआ कि अगर नियमित तौर पर सीढ़ियां चढ़ने की आदत डाल ली जाए तो हृदय सुरक्षित रह सकता है।
#5
स्विमिंग
जमीन पर किए जाने वाली एक्सरसाइज की तुलना में स्विमिंग के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिसके कारण शरीर की मुख्य मांसपेशियों के साथ-साथ हाथ, पैर और पेट की मांसपेशियों में मजबूती आती है।
इसके अलावा हर दिन कुछ मिनट स्विमिंग करने से हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है, जिसके परिणामस्वरूप हृदय रोग और श्वसन संबंधी बीमारियों से दूरी बनी रहती है।