तमिलनाडु कैबिनेट में हो सकता है फेरबदल, ऑडियो क्लिप विवाद में फंसे मंत्री की होगी छुट्टी?
क्या है खबर?
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अपनी कैबिनेट में फेरबदल की योजना बना रहे हैं। इस महीने के अंत में मुख्यमंत्री की विदेश यात्रा से पहले कैबिनेट में बदलाव हो सकता है।
NDTV के सूत्रों के मुताबिक, इस बदलाव की वजह वित्त मंत्री पालानीवेल थियाग राजन के कथित ऑडियो क्लिप हैं, जिनमें वह मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ये ऑडियो क्लिप जारी किये थे।
मंत्रिमंडल
कौन हो सकता है कैबिनेट में शामिल?
रिपोर्ट के मुताबिक, 2 हफ्तों के भीतर कैबिनेट में बदलाव हो सकता है। नए मंत्रियों की दौड़ में मन्नारगुडी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) विधायक टीआरबी राजा का नाम सबसे आगे हैं, जो DMK सांसद और पूर्व मंत्री टीआर बालू के बेटे हैं।
इसके अलावा कैबिनेट में जिन अन्य लोगों को जगह मिल सकती है, उनमें विधायक ई राजा और शंकरनकोविल का नाम भी शामिल है।
स्थिति
अभी तमिलनाडु सरकार में क्या है मंत्रिमंडल की स्थिति?
तमिलनाडु सरकार के मंत्रिमंडल में 53 मंत्री हैं, जो राज्य में पार्टी विधायकों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत की अधिकतम सीमा पर पहुंच चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिसाब से भी कम से कम दो मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है, जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं है और उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि विवाद के बाद वित्त मंत्री राजन अपने पद पर बनेंगे रहेंगे या नहीं।
मामला
क्या है ऑडियो क्लिप का मामला?
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख अन्नामलाई ने स्टालिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 20 अप्रैल को वित्त मंत्री राजन की एक कथित ऑडियो क्लिप जारी की थी।
इस क्लिप में एक शख्स को फोन पर बातचीत के दौरान यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और दामाद वी सबरीसन ने भ्रष्टाचार करके एक साल में 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है।
राजन ने इस ऑडियो क्लिप को फर्जी बताया था।
इनकार
ऑडियो क्लिप मामले में DMK और भाजपा के नेता आमने-सामने
DMK ने इस मामले में भाजपा अध्यक्ष को मानहानि नोटिस जारी करते हुए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था। इसके अलावा मानहानि के एवज में 500 करोड़ रुपये का हर्जाना देने की मांग की गई थी।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने इस मामले को भाजपा की 'सस्ती राजनीति' करार दिया है।
इसी बीच भाजपा ने राज्यपाल आरएन रवि ने मुलाकात करते हुए इस ऑडियो क्लिप मामले की जांच की मांग की थी।