राजस्थान: अलवर के ये 5 पर्यटन स्थल हैं प्रसिद्ध, एक बार जरूर करें इनका रुख
राजस्थान की हरी-भरी अरावली पर्वतमाला के बीच बसा अलवर एक खूबसूरत शहर है। एक पौराणिक मान्यता है कि पहले अलवर को मत्स्य नगर के नाम से जाना जाता था। यहां पांडवों ने अपने वनवास के 13 वर्ष बिताए थे और इसकी स्थापना 1049 में महाराजा अलघराज ने की थी। यह स्थल प्रकृति, अतीत, भारतीय कला और संस्कृति का एक सुंदर मिश्रण प्रस्तुत करता है। आइए आज हम आपको अलवर के 5 पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं।
बालाकिला किला
बालाकिला को अलवर किले के रूप में भी जाना जाता है। इसका निर्माण हसन खान मेवाती ने 15वीं शताब्दी में करवाया था। यह किला मराठों, यादवों और कछवाहा राजपूतों के शासन के अधीन रहा है। लक्ष्मण पोल यहां की एकमात्र पक्की सड़क है, जो किले को अलवर शहर से जोड़ती है। 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला यह किला 15 बड़े और 51 छोटे टावरों के साथ 1000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है।
भानगढ़ किला
ऐतिहासिक खंडहरों और भूतों की कहानियों के लिए प्रसिद्ध भानगढ़ किला घूमने के लिए सबसे रोमांचक जगहों में से एक है। यह जयपुर और दिल्ली के बीच रास्ते में स्थित है। भानगढ़ का किला राजस्थान के अलवर जिले में स्थित 17वीं शताब्दी का किला है। इसे भगवंत दास ने अपने बेटे माधो सिंह प्रथम के लिए बनवाया था। इसका नाम माधो सिंह ने अपने दादा भान सिंह के नाम पर रखा था। यह एक अच्छी तरह से संरक्षित किला है।
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
अलवर जिले में स्थित सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान भारत के मुख्य टाइगर रिजर्व में से एक है। आपको यहां बंगाल टाइगर्स के अलावा तेंदुएं और मगरमच्छ जैसे जानवर भी घूमते हुए दिख जाएंगे और इसी कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। बता दें कि साल 1955 में सरिस्का को वन्यजीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था और 1978 में बाघ परियोजना योजना रिजर्व का दर्जा दिया गया था।
सिलीसेढ़ लेक पैलेस
7 वर्ग किलोमीटर के एक बड़े क्षेत्र में फैली सिलीसेढ़ झील एक अद्भुत पर्यटक आकर्षण है। इसकी सीमा से ही सिलीसेढ़ लेक पैलेस सटा हुआ है। हाल ही में राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) द्वारा एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित किए जाने के बाद सिलीसेढ़ लेक पैलेस अब अरावली पर्वतमाला की रोलिंग पहाड़ियों और शानदार सिलीसेढ़ झील के बीच एक शाही गेटवे के रूप में कार्य करता है। यह स्थल अलवर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सरिस्का पैलेस
अलवर के महाराजा ने साल 1892 में इस पैलेस को बनवाया था। यह भव्य महल 120 एकड़ के हरे-भरे हिस्से में फैला हुआ है। हालांकि, महल की सुंदरता कई गुना बढ़ जाने का मुख्य कारण है कि यह सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के ठीक किनारे पर स्थित है। सरिस्का पैलेस अब 5 सितारा होटल के रूप में पर्यटकों के लिए खुला है। वहां जाकर आप शाही चीजों को देखने के साथ-साथ कुछ पल सुकून के बिता सकते हैं।