राजस्थान: सैन्य अभ्यास के दौरान हादसा, 3 मिसाइलें रास्ता भटककर खेतों में गिरीं
क्या है खबर?
राजस्थान के जैसलमेर में सेना के अभ्यास के दौरान 3 मिसाइल तकनीकी खराबी की वजह से रास्ता भटककर खेतों में जा गिरीं। इस घटना में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
जैसलमेर के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज (PFFR) में सेना जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का अभ्यास कर रही थी। इसी दौरान ये हादसा हुआ। फिलहाल 2 मिसाइलों को मलबा मिल गया है और तीसरी की तलाश जारी है।
हादसा
हवा में ही फट गईं तीनों मिसाइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभ्यास के दौरान दागी गईं तीनों मिसाइल आसमान में फट गईं और जैसलमेर में ही अलग-अलग जगहों पर गिर गईं।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा के मुताबिक, "PFFR में एक यूनिट के अभ्यास के दौरान यह मिसफायर हुआ। उड़ान के दौरान मिसाइल में विस्फोट हो गया, इसके कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
मलबा
कहां-कहां मिला मिसाइलों का मलबा?
रास्ता भटकने के बाद तीनों मिसाइल फील्ड फायरिंग रेंज के बाहर जाकर गिर गईं। इसमें से एक मिसाइल का मलबा फील्ड फायरिंग रेंज के बाहर अजासर गांव के पास एक खेत मे मिला है।
दूसरी मिसाइल का मलबा सत्याय गांव से दूर सुनसान इलाके में एक खेत में मिला है। तीसरी मिसाइल की तलाश में सेना और पुलिस की टीम जुटी हुई है।
जहां मिसाइलें गिरीं, वहां खेतों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।
सूचना
ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिसाइलों के गिरने से जोरदार धमाका हुआ, जिसकी आवाज सुन स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद नाचना पुलिस थाने का बल मौके पर पहुंचा और घटना की जानकारी सेना को दी।
बाद में सेना ने पहुंचकर मिसाइलों के मलबे को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच कर रही है। PFFR में सेना की एक टुकड़ी का वार्षिक अभ्यास चल रहा था।
हादसे
पहले भी हुआ है इस तरह का हादसा
9 मार्च, 2022 को बिना हथियार वाली भारत की एक मिसाइल पाकिस्तान में 124 किलोमीटर अंदर जाकर चन्नू मियां नामक शहर में जा गिरी थी। 2 दिन बाद भारत ने कहा था कि रखरखाव के दौरान मिसाइल तकनीकी गलती की वजह से पाकिस्तान में जा गिरी।
घटना के बाद पाकिस्तान ने अपने एयर स्पेस के उल्लंघन के चलते विरोध जताया था। पाकिस्तान ने कहा था कि इस मिसाइल ने एयरस्पेस में विमानों और लोगों की जान को संकट में डाला।