यमन में भारतीय नर्स की मदद के लिए ईरान आगे आया, क्या बच सकती है जान?
क्या है खबर?
यमन में कैद भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को मिली मौत की सजा पर राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने मुहर लगा दी है।
केरल की रहने वाली निमिषा पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है। भारत सरकार और निमिषा का परिवार सजा को रुकवाने का प्रयास कर रहे हैं। अब ईरान ने भी इस मामले में मानवीय आधार पर मदद की पेशकश की है।
आइए जानते हैं क्या सजा रुकवाने का अब भी कोई विकल्प है।
ईरान
ईरान ने क्या बोला?
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, एक वरिष्ठ ईरान के अधिकारी ने कहा, "मानवीय आधार पर हम जो कुछ भी कर सकते हैं करने को तैयार हैं।"
न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि निमिषा को ऐसे इलाके से गिरफ्तार किया गया है, जो हूथियों के शासन के अधीन नहीं है। इसलिए दूसरे देश मदद करने की कोशिश कर सकते हैं।
बता दें कि यमन के एक बड़े हिस्से पर हूती, जबकि बाकी हिस्से पर सरकार का शासन है।
विकल्प
सजा रुकवाने का और क्या है विकल्प?
अब निमिषा की सजा केवल तभी रुक सकती है, जब तलात के परिजन उन्हें माफ कर दे।
यमन में सरकारी अधिकारियों और तलाल के परिवार के साथ बातचीत में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता सैमुअल जेरोम बसकरन ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "निमिशा के जीवन की कुंजी अब तलाल के परिवार के पास है। अगर वे उसे माफ कर देंगे तो वह जीवित रहेगी। हमारा काम परिवार को ऐसा करने के लिए राजी करना है।"
समय
सजा रुकवाने के लिए कितना समय है?
सैमुअल ने कहा, "मध्यस्थता का पहला चरण बहुत अच्छा था। हमने तलाल के परिवार से संपर्क किया, लेकिन मध्यस्थता जारी नहीं रह सकी क्योंकि वार्ता के लिए धन जुटाने वाली काउंसिल ने दूसरी किश्त नहीं भेजी। हमारा तत्काल कार्य वार्ता को फिर से शुरू करना है और तलाल के परिवार को निमिषा को माफ करने के लिए राजी करना है, क्योंकि सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं। हमारे पास मुश्किल से 4 हफ्ते बचे हैं।"
भारत सरकार
मामले पर भारत सरकार का क्या कहना है?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें यमन में निमिषा प्रिया की सजा के बारे में पता है। हम समझते हैं कि निमिषा का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है।"
2020 में भारत सरकार ने निमिषा का बचाव करने के लिए वकील केआर सुभाष चंद्रन को नियुक्त किया था।
मार्च, 2022 में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने निमिषा मामले पर बयान जारी किया था।