दिल्ली में इसी हफ्ते शुरू होगा दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वायरस देखभाल केंद्र
दिल्ली के छतरपुर में कोरोना वायरस के मरीजों को क्वारंटाइन करने और उनका इलाज करने के लिए बनाया 10,000 से अधिक बेडों का क्वारंटाइन केंद्र इस हफ्ते के अंत तक शुरू हो जाएगा। इस क्वारंटाइन केंद्र को 'सरदार पटेल कोविड देखभाल केंद्र और अस्पताल' नाम दिया गया है और इसे दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा क्वारंटाइन और देशभाल केंद्र बताया जा रहा है। चीन में बनाए गए 1,000 बेड के अस्थाई केंद्र से ये 10 गुना बढ़ा है।
आध्यात्मिक केंद्र को बदल कर बनाया गया कोरोना वायरस केंद्र
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर जून की शुरूआत में गृह मंत्री अमित शाह ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से दिल्ली सरकार की मदद के इच्छुक लोगों और संगठनों से संपर्क साधने को कहा था। राधा स्वामी सत्संग संगठन ने सबसे पहले बैजल की अपील पर प्रतिक्रिया दी और छतरपुर स्थित अपने इस केंद्र को कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बनाने के लिए सरकार को सौंप दिया। इससे पहले यहां प्रवासी मजदूरों के लिए कैंप भी लगाए गए थे।
22 फुटबॉल मैदानों के बराबर है केंद्र
इस केंद्र का आकार 12,50,000 वर्ग फुट है जो फुटबॉल के 22 मैदानों के बराबर है। इसमें कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए 200 से अधिक हॉल बनाए गए हैं जिनमें 10,200 बेड होंगे। एक हॉल में 50 मरीजों का इलाज किया जाएगा और सभी जगह रोशनी और पंखों की व्यवस्था की गई है। गर्मी से बचाव के लिए सभी हॉल में कूलर भी लगाए जाएंगे। केंद्र में तरफ डॉक्टरों के रहने की व्यवस्था भी होगी।
केंद्र पर लगेंगे 1,000 किलो वॉट क्षमता के 20 ट्रांसफार्मर
'NDTV' की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र का बिजली लोड 18,000 किलो वॉट होगा और इसके लिए 1,000 किलो वॉट क्षमता के 20 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। इसके अलावा पूरे केंद्र में बिजली का संचालन करने के लिए जमीन के अंदर 22 किलोमीटर केबल बिछाई गई हैं। इस काम का जिम्मा BSES राजधानी पावर लिमिटेड (BRPL) को दिया गया है। BRPL के अनुसार, उसके 100 अधिकारी और कर्मचारी इसे तैयार करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
ITBP को दिया गया केंद्र के संचालन का जिम्मा
इस केंद्र को चलाने का जिम्मा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के मेडिकल कर्मचारियों को दिया गया है जो गृह मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं। सभी बेड भरने पर यहां 800 जनरल डॉक्टर, 70 विशेषज्ञ डॉक्टर और 1,400 नर्सों की जरूरत होगी।
इस हफ्ते केंद्र का दौरा कर सकते हैं अमित शाह
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह तैयारियों का जायजा लेने के लिए इस हफ्ते केंद्र का दौरा कर सकते हैं। गुरूवार तक अधिकारियों को केंद्र के पहले 2,000 बेडों को प्रयोग के लिए उपलब्ध कराना है और शाह इस दिन केंद्र पर आ सकते हैं। बाकी बेडों की 3 जुलाई तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी तैयारियों का जायजा ले चुके हैं।
दिल्ली में नाजुक है कोरोना वायरस की स्थिति
बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप बेहद तेजी से फैल रहा है और अब तक 62,655 लोगों कोे इससे संक्रमित पाया जा चुका है। शहर में 2,233 लोगों को संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। पिछले कुछ दिनों में शहर में टेस्टिंग बढ़ाई गई है और अभी रोजाना लगभग 3,000 नए मामले सामने आ रहे हैं। जल्द ही वह मुंबई को पीछे छोड़ देश का सबसे अधिक प्रभावित शहर बन सकता है।
जून के अंत तक दिल्ली में होंगे एक लाख मामले
दिल्ली सरकार का अनुमान है कि जून के अंत तक शहर में एक लाख मामले होंगे और 15,000 बेड की आवश्यकता होगी। इन्हीं आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए छतरपुर में ये कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बनाया गया है।