दिल्ली: NSA अजित डोभाल ने किया हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा, गृह मंत्री को दी जानकारी
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली हिंसा की आग में जल रही है। ऐसे में शाति व्यवस्था के लिए मोर्चा संभालने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने बुधवार शाम को फिर से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने लोगों से बातचीत की और जल्द ही शांति बहाल होने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात सामान्य बनाने के निर्देश दिए हैं। दौरे के बाद डोभाल ने गृहमंत्री को अपनी रिपोर्ट दी।
डोभाल ने कही जल्द शांति कायम होने की बात
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद, घोंडा का दौरा करने के बाद डोभाल ने कहा कि माहौल में पहले के अपेक्षा शांति है। लोगों के बीच सौहार्द है। सभी लोग जल्द से जल्द शांति चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जो अपने देश से प्यार करते हैं, समाज से प्रेम करते हैं, पड़ोसी का भला चाहते हैं, उन सभी को प्रेम से रहना चाहिए। कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से हिंसा हुई थी। पुलिस अपना काम करेगी। इंशाअल्लाह यहां अमन होगा।
मुस्लिम लड़की ने रोते हुए की डोभाल से फरियाद
दौरे के दौरान एक मुस्लिम लड़की ने रोते हुए डोभाल से कहा, "यहां हम लोग सुरक्षित नहीं हैं। दुकानें जला दी गईं। हम स्टूडेंट हैं और पढ़ाई नहीं कर पा रहे। पुलिस सही काम नहीं कर रही है। हम बिल्कुल डरे हुए हैं और रात को सो भी नहीं पा रहे हैं।" इस पर डोभाल ने कहा कि अब आप चिंता न करें। अब पुलिस काम करेगी। वह गृहमंत्री और प्रधानमंत्री के निर्देश पर आएं हैं। इंशाअल्लाह सब ठीक होगा।
अमेरिकी दूतावास ने जारी की एडवायजरी
अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है भारत में रहने वाले अमेरिकी नागरिक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के कारण सावधानी बरतें और प्रदर्शन वाले इलाकों में जाने से बचें।
डोभाल ने मंगलवार रात को भी किया था प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
आपको बता दें कि अजीत डोभाल मंगलवार देर रात भी हिंसा प्रभावित इलाकों में पहुंचे थे। उन्होंने गाड़ी में बैठकर सीलमपुर, भजनपुरा, मौजपुर, यमुना विहार जैसे हिंसा प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया था। डोभाल रात 11:30 बजे सीलमपुर स्थित उत्तर-पूर्वी दिल्ली के DCP कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों के साथ सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में DCP नॉर्थ-ईस्ट, स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) एसएन श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
अब तक हो चुकी 23 से ज्यादा लोगों की मौत
आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरी, बाबरपुर, करदमपुरी, सुदामापुरी, घोंडा चौक, करावल नगर, मुस्तफाबाद, चांदबाग, नूरे इलाही, भजनपुरा, गोकुलपुरी में तनाव बना हुआ है। इन क्षेत्रों में हुई हिंसा में अब तक करीब 23 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 250 लोग घायल हो चुके हैं। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मंदीप सिंह रंधावा ने अलग-अलग थानों में 18 मामले दर्ज किए गए हैं और 106 लोगों को हिरासत में लिया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने किया 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगों की तरफ इशारा
उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा के मामले में सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि वे दिल्ली में 1984 जैसी घटना दोबारा नहीं होने दे सकते। कोर्ट 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगों की तरफ इशारा कर रही थी जिसमें 3,000 से अधिक लोग मारे गए थे। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को भड़काऊ भाषण देने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करने पर विचार करने को भी कहा।
सुप्रीम कोर्ट ने भी की थी दिल्ली पुलिस पर सख्त टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने हिंसा के दौरान पुलिस के रवैये पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि पुलिस में प्रोफेशनलिज्म और स्वतंत्रता की कमी है। पुलिस किसी की अनुमति का इंतजार क्यों करती है? पुलिस को घटना होते ही एक्शन लेना चाहिए था।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शहीद पुलिसकर्मी की एक करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं। यह सब आम आदमी द्वारा नहीं किया गया है। यह कुछ असामाजिक, राजनीतिक और बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है। दिल्ली में हिंदू और मुसलमान कभी नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने हिंसा में शहीद हेड कांस्टेबल रतनलाल के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से शांति व्यवस्था के लिए कड़े कदम उठाने की अपील भी की है।