हरियाणा और पंजाब में नहीं होगा कांग्रेस और AAP का गठबंधन, दिल्ली के लिए बातचीत जारी
आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच हरियाणा और पंजाब में गठबंधन की बातों पर विराम लग गया है। AAP नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस इन राज्यों में गठबंधन नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि AAP का जन्म कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए हुआ था, लेकिन प्रधानमंत्री और अमित शाह देश के लिए खतरा बने हुए हैं। इसे देखते हुए पार्टी कांग्रेस से गठबंधन को तैयार हुई।
पंजाब में कैप्टन गठबंधन को तैयार नहीं
सिसोदिया ने कहा कि पार्टी मोदी-शाह की जोड़ी रोकने के लिए दिल्ली, गोवा, पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में कुल 33 सीटों पर गठबंधन के लिए तैयार थी, लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं हुई। गोवा में कांग्रेस ने समय गंवा दिया, वहीं पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने AAP के साथ गठबंधन से मना कर दिया। सिसोदिया ने कहा कि पंजाब में AAP के विधायक और सांसद होते हुए भी कांग्रेस सीट देने को तैयार नहीं है।
हरियाणा में टाइम पास कर रही थी कांग्रेस- सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा कि अगर हरियाणा में AAP, कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) गठबंधन करती तो भाजपा को हराया जा सकता था। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने हरियाणा में 6 सीटें मांगी, फिर 7 सीटों की मांग की। जब JJP और AAP ने कांग्रेस को 7 सीटें देने की हामी भरी तो कांग्रेस ने फिर मना कर दिया। सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में सिर्फ टाइमपास कर रही थी। उसे गठबंधन नहीं करना था।
दिल्ली में अभी भी बात जारी
दिल्ली के बारे में सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं होने के बाद भी पार्टी 3 सीटों की मांग कर रही है। कांग्रेस से अगर सीटें शेयर करेंगे तो कांग्रेस यहां हार सकती है। हालांकि, उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन करने या नहीं करने पर कुछ नहीं कहा। इससे संकेत मिल रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन को लेकर बात अब भी जारी है।
AAP ने रोके अपने उम्मीदवारों के नामांकन
AAP अब भी कांग्रेस से गठबंधन की उम्मीद में है। शनिवार को AAP के पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक और उत्तर-पश्चिम दिल्ली के उम्मीदवारों को नामांकन करना था, लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है।
दोनों पार्टियों के बीच लंबे समय से चल रही है हां-ना
दिल्ली में गठबंधन को लेकर काफी समय से दोनों पार्टियों में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। अरविन्द केजरीवाल और राहुल गांधी, दोनों एक-दूसरे को गठबंधन का ऑफर देकर और इससे पलटने की बात कह चुके हैं। कांग्रेस दिल्ली में 3 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन AAP उसे 2 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है। दिल्ली में नामांकन करने की आखिरी तारीख 23 अप्रैल है। ऐेसे में अगले एक-दो दिन में पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी।