पेपर लीक की जांच के बावजूद क्यों रद्द नहीं हुई NEET परीक्षा? शिक्षा मंत्री ने बताया
राष्ट्रीय प्रवेश सह-पात्रता परीक्षा (NEET) को लेकर खूब विवाद हो रहा है। बिहार पुलिस इस मामले में पेपर लीक की जांच कर रही है और कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बाद अभ्यर्थी और विपक्षी पार्टियां परीक्षा रद्द कर दोबारा कराए जाने की मांग कर रही हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऐसा करने से साफ इनकार किया है। अब प्रधान ने इसके पीछे की वजह भी बताई है।
परीक्षा रद्द करने पर क्या बोले शिक्षा मंत्री?
प्रधान ने कहा, "पेपर लीक से केवल सीमित संख्या में छात्र प्रभावित हुए हैं, जबकि 2004 और 2015 में पहले भी पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। परीक्षा रद्द करने से लाखों छात्र प्रभावित होंगे, इनमें वे भी शामिल हैं, जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की है। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है और कोर्ट द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय अंतिम होगा।"
बिहार पुलिस ने 5 और संदिग्ध गिरफ्तार किए
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOW) ने झारखंड के देवघर से 5 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इंडिया टुडे के मुताबिक, पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक कार में 4 संदिग्ध किसी सुरक्षित ठिकाने की ओर गए हैं। इसके बाद पुलिस को एक ऐसे स्थान का पता चला, जहां लगभग 30 NEET उम्मीदवारों ने कथित तौर पर लीक हुए परीक्षा के प्रश्नों और उत्तरों के लिए 30 से 50 लाख रुपये का भुगतान किया था।
शिक्षा मंत्री से मिलेंगे EOW के ADG
बिहार EOW के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) नैयर हसनैन खान आज दिल्ली में शिक्षा मंत्री प्रधान से मुलाकात कर जांच का ब्योरा देंगे। इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने ADG खान को मामले की प्रगति पर रिपोर्ट देने के लिए तलब किया था। बता दें कि EOW अब तक करीब 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और 60 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। प्रधान ने कहा था कि वे EOW के साथ लगातार चर्चा कर रहे हैं।
झारखंड और उत्तर प्रदेश से जुड़ रहे गिरोह के तार
बिहार EOW की जांच में पेपर लीक के तार झारखंड और उत्तर प्रदेश से जुड़ रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, जांच में नालंदा के संजीव मुखिया उर्फ लूटन मुखिया का नाम सामने आया है। कहा जा रहा है कि उसने ही प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था और परीक्षार्थियों को उत्तर रटाये थे। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। संजीव का बेटा शिव भी पेपर लीक मामले में फिलहाल जेल में है।
NEET को लेकर क्या है विवाद?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद किए गए थे। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में से 720 अंक आए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं।