#NewsBytesExplainer: NEET विवाद में गिरफ्तार किए गए आरोपी कौन-कौन हैं और इनकी क्या रही है भूमिका?
राष्ट्रीय प्रवेश सह-पात्रता परीक्षा (NEET) के कथित पेपर लीक को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ ही बिहार सरकार भी मामले की जांच कर रही है। बिहार पुलिस ने इस संबंध में अभी तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 4 पर पेपर लीक के मुख्य साजिशकर्ता होने के आरोप हैं। आरोपियों के राजनेताओं के साथ संबंध भी सामने आए हैं। आइए जानते हैं गिरफ्तार किए गए आरोपी कौन-कौन हैं।
कौन-कौन हुआ गिरफ्तार?
गिरफ्तार किए गए लोगों में एक छात्र अनुराग यादव, दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु, उसके साथी नीतीश कुमार और अमित आनंद, सिकंदर का ड्राइवर बिट्टू कुमार, अमित के करीबी रोशन कुमार और आशुतोष कुमार, एक अन्य आरोपी उम्मीदवार के पिता और सिकंदर के करीबी उम्मीदवार की मां शामिल हैं। इसके अलावा पटना, रांची, दानापुर और समस्तीपुर से भी परीक्षा देने वाले एक-एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कौन बताए जा रहे हैं मुख्य आरोपी?
पेपर लीक में 4 'मुख्य सेटर' बताए जा रहे हैं। इनके नाम अनुराग, सिकंदर, नीतीश और अमित हैं। इन चारों ने पेपर लीक में शामिल होने की बात स्वीकारी है। इनमें से सिकंदर, अनुराग का फूफा हैं। बिहार पुलिस को दिए बयान में अनुराग ने स्वीकार किया कि उसे परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र मिल गया था, जिसे उसने याद कर लिया था। अनुराग ने कहा कि परीक्षा में भी वही प्रश्न आए, जो उसने याद किए थे।
अनुराग ने पुलिस को क्या-क्या बताया?
अनुराग ने अपने बयान में कहा, "मैं कोटा में तैयारी कर रहा था। मेरे चाचा सिकंदर यादवेंदु ने मुझे समस्तीपुर वापस आने को कहा और बताया कि परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है।" उसने बताया, " मैं समस्तीपुर वापस आ गया और फूफा ने मुझे अमित आनंद और नीतीश कुमार के घर छोड़ दिया। दोनों ने रात भर मुझे उत्तर रटवाए। अगले दिन मैं परीक्षा देने गया तो मुझे वे सभी प्रश्न मिले जो मैंने तैयार किए थे।"
सिकंदर पर क्या हैं आरोप?
सिकंदर को सबसे पहले पटना के राजवंशी नगर स्थित एक घर से जले हुए प्रश्नपत्र बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। सिकंदर ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि आनंद और कुमार ने पेपर के लिए हर छात्र से 30-32 लाख रुपये मांगे थे। मीडिया के मुताबिक, "मैंने उनसे कहा कि मेरे 4 छात्र परीक्षा दे रहे हैं। लालच में आकर मैंने प्रत्येक छात्र से कहा कि उन्हें पेपर के लिए 40 लाख रुपये देने होंगे।"
अमित और नीतीश के खिलाफ क्या हैं आरोप?
ABP के अनुसार, अमित ने कथित तौर पर पेपर लीक की योजना बनाने की बात स्वीकार की और खुलासा किया कि आवेदकों को पैसों के बदले में सामग्री दी गई थी। कथित तौर पर अमित के घर से पेपर और उत्तर पुस्तिका के जले हुए पन्ने मिले थे। नीतीश पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर लीक में शामिल रहा है। नीतीश को इसी साल बिहार लोक सेवा परीक्षा के दौरान पेपर लीक के मामले में जेल भी जाना पड़ा था।
NEET को लेकर क्या है विवाद?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को देशभर के 571 और विदेश के 14 शहरों में किया गया था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। उसके बाद पेपर लीक को लेकर हंगामा हुआ था। इसके बाद जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में से 720 अंक आए थे। इस पर भी खूब हंगामा हुआ था।