NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / क्या है 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' योजना, जिसे केंद्र सरकार ने दी है मंजूरी?
    अगली खबर
    क्या है 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' योजना, जिसे केंद्र सरकार ने दी है मंजूरी?
    केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' योजना को मंजूरी (तस्वीर: फाइल)

    क्या है 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' योजना, जिसे केंद्र सरकार ने दी है मंजूरी?

    लेखन भारत शर्मा
    Nov 26, 2024
    07:04 pm

    क्या है खबर?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' (ONOS) नामक एक नई केंद्रीय योजना को मंजूरी दी गई है।

    इस योजना का उद्देश्य देशभर के छात्रों और शोधकर्ताओं की पहुंच दुनिया के तमाम विद्वानों के शोध लेखों और जर्नल प्रकाशनों तक बढ़ाना है।

    सरकार ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए 6,000 करोड़ रुपये का बजट भी निर्धारित की है।

    आइए यह योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।

    पहुंच

    संसाधनों तक कैसे होगी पहुंच?

    केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की घोषणा के अनुसार, सरकार ONOS के साल 2025, 2026 और 2027 के तीन वर्षीय क्रियान्वयन पर 6,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

    उच्च शिक्षा विभाग के पास इसके लिए एक अलग से पोर्टल 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' होगा, जिसके माध्यम से यूजर्स शोध पत्रिकाओं तक पहुंच सकेंगे।

    योजना को पूरी तरह से सरल, यूजर्स के अनुकूल और डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से संचालित किया जाएगा।

    लाभ

    किन्हें मिलेगा योजना का लाभ?

    ONOS योजना का लाभ केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा प्रबंधित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ केंद्र सरकार के अनुसंधान और विकास संस्थानों को मिलेगा।

    यूजर्स को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के तहत एक स्वायत्त अंतर-विश्वविद्यालय केंद्र, सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क (INFLIBNET) द्वारा समन्वित राष्ट्रीय सदस्यता के माध्यम से इस योजना लाभ उठा सकेंगे।

    इसके बाद इन संस्थानों के छात्र, शिक्षक और शोधकर्ता अंतरराष्ट्रीय शोध लेखों और जर्नल प्रकाशनों का एक क्लिक पर अध्ययन कर सकेंगे।

    संख्या

    6,300 से ज्यादा संस्थानों के 1.8 करोड़ छात्रों को मिलेगा लाभ

    योजना के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली सभी खोजों की जानकारी बस एक क्लिक पर मिल सकेगी।

    इस सूची में 6,300 से ज्यादा संस्थान शामिल हैं, यानी लगभग 1.8 करोड़ छात्र, शिक्षक और शोधकर्ता ONOS का लाभ उठा सकेंगे।

    इनमें टियर-2 और टियर-3 शहर भी शामिल होंगे। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा की गई पहलों की सीमा और पहुंच को और बढ़ाती है, ताकि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तक पहुंच को अधिकतम किया जा सके।

    निगरानी

    समय-समय पर किया जाएगा ONOS का आंकलन

    अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) समय-समय पर ONOS योजना के उपयोग का आकलन करेगा और इन संस्थानों से भारतीय लेखकों द्वारा किए गए प्रकाशनों की निगरानी भी करेगा।

    इसी तरह राज्य सरकारों को सभी सरकारी संस्थानों में छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं द्वारा इस सुविधा का अधिकतम उपयोग करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

    इस योजना में 30 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों से लगभग 13,000 उच्च-प्रभाव वाली ई-पत्रिकाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

    हालात

    वर्तमान में यूजर्स को कैसे मिल रही है सुविधाएं? 

    वर्तमान में विभिन्न मंत्रालयों के तहत 10 अलग-अलग पुस्तकालय संघ अपने प्रशासनिक दायरे में उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए पत्रिकाओं तक पहुंच प्रदान करते हैं।

    इसी तरह, अलग-अलग संस्थान स्वतंत्र रूप से भी यह कार्य कर रहे हैं।

    हालांकि, अब ONOS में सभी सरकारी शिक्षा संस्थानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल प्रकाशनों तक एकीकृत पहुंच मिल सकेगी। इस योजना का आधिकारिक रूप से संचालन 1 जनवरी, 2025 से शुरू हो जाएगा।

    प्रकाशक

    योजना में शामिल प्रमुख प्रकाशक

    इस योजना में शामिल मुख्य प्रकाशकों में एल्सेवियर साइंसडायरेक्ट, स्प्रिंगर नेचर, विले ब्लैकवेल पब्लिशिंग, सेज पब्लिशिंग, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, टेलर एंड फ्रांसिस और BMJ जर्नल्स शामिल हैं। इससे यूजर्स को बेहतर शोध पढ़ने को मिल सकेंगे।

    यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020, ANRF और सरकार के विकसित भारत 2047 विजन के साथ संरेखित है।

    नीति का उद्देश्य शैक्षणिक संसाधनों तक पहुंच को आसान बनाना और देश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देना है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    केंद्र सरकार
    नरेंद्र मोदी
    राष्ट्रीय शिक्षा नीति

    ताज़ा खबरें

    सुप्रीम कोर्ट ने अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान को जमानत दी, कहा- सस्ती लोकप्रियता क्यों? अशोका यूनिवर्सिटी
    टच स्क्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर कैसे बनाएं डिजिटल आर्ट?  काम की बात
    केंद्र सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तमिलनाडु, फंड रोकने का लगाया आरोप तमिलनाडु
    बेंगलुरु: SBI में कन्नड़ भाषा विवाद को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया "बहुत निदंनीय" सिद्धारमैया

    केंद्र सरकार

    कंगना रनौत ने कृषि कानूनों पर दिए बयान पर मांगी माफी, बोलीं- भाजपा के साथ हूं कंगना रनौत
    अरुणाचल प्रदेश के 3 और नागालैंड के 8 जिले अशांत घोषित, अफस्पा के तहत सख्ती बढ़ी अरुणाचल प्रदेश
    'एक देश, एक चुनाव' पर संसद में 3 विधेयक लाएगी सरकार, ये संविधान संशोधन होंगे  लोकसभा
    साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए सरकार बंद करेगी 2.17 करोड़ मोबाइल कनेक्शन साइबर अपराध

    नरेंद्र मोदी

    BRICS सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री मोदी- हम युद्ध नहीं, कूटनीति और संवाद के समर्थक हैं रूस समाचार
    शी जिनपिंग से मुलाकात में बोले प्रधानमंत्री मोदी- सीमा पर शांति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता शी जिनपिंग
    स्पेन के प्रधानमंत्री 3 दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे, मोदी संग करेंगे एयरबस परियोजना का लोकार्पण स्पेन
    एशिया-प्रशांत सम्मेलन में नरेंद्र मोदी बोले- जर्मनी ने कुशल भारतीयों के लिए वीजा बढ़ाकर 90,000 किया जर्मनी

    राष्ट्रीय शिक्षा नीति

    आखिर तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्यों विरोध कर रही है? एमके स्टालिन
    भारत में क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय शिक्षा दिवस? जानिए इसका महत्व शिक्षा
    स्थानीय भाषाओं में जल्द शुरू होंगे प्रोफेशनल कोर्स- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान धर्मेंद्र प्रधान
    विज्ञान और गणित में आ सकती हैं 'द्विभाषी किताबें', NCERT कर रही प्रस्ताव पर विचार NCERT
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025