स्पेन के प्रधानमंत्री 3 दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे, मोदी संग करेंगे एयरबस परियोजना का लोकार्पण
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज 27 से 29 अक्टूबर तक 3 दिवसीय भारत यात्रा पर आ रहे हैं। ये बीते 18 साल में किसी स्पेनिश प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा होगी। इसके अलावा ये पेड्रो की भी पहली भारत यात्रा है। इस दौरान वे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात के वडोदरा में जाएंगे, जहां महत्वाकांक्षी एयरबस परियोजना का शुभारंभ किया जाएगा। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी होगी।
पेड्रो की यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज अपनी पत्नी बेगोना गोमेज के साथ 27-29 अक्टूबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे। दोनों नेता वडोदरा में C295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन प्लांट का उद्घाटन करेंगे, जो विमानन क्षेत्र में एक प्रमुख 'मेक इन इंडिया पहल' है, जिसे टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स द्वारा एयरबस स्पेन के सहयोग से स्थापित किया जा रहा है।"
कैसी रहेगी पेड्रो की यात्रा?
पेड्रो यात्रा के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वे मुंबई भी जाएंगे, जहां आधिकारिक कार्यक्रमों के अलावा व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं, थिंक टैंकों और फिल्म जगत के लोगों के साथ बातचीत करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पेड्रो की यात्रा के दौरान कई समझौता ज्ञापनों या समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है, जो द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देंगे।
क्या है एयरबस परियोजना?
इस परियोजना की नींव 30 अक्टूबर, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी। वडोदरा में टाटा समूह के इंडिया C295 प्रोग्राम के लिए फाइनल एसेंबली लाइन (FAL) में विमान निर्माण और एसेंबली का काम होगा। यहां से भारतीय वायुसेना को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से लैस मिशन के लिए तैयारी विमान उपलब्ध कराए जाएंगे। यह निजी क्षेत्र का पहला मेक इन इंडिया एयरोस्पेस कार्यक्रम है, जिसमें निर्माण से लेकर असेंबलिंग और मरम्मत तक का सारा काम किया जाएगा।
क्यों खास है ये परियोजना?
इस परियोजना में टाटा और एयरबस ने मिलकर 22,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह देश की पहली परियोजना है, जिसके तहत एक निजी कंपनी सेना में इस्तेमाल होने वाले विमान बनाएगी। इस परियोजना के तहत बनाया गया पहला विमान देश को सितंबर, 2026 तक मिलने का अनुमान है। इसी साल जनवरी में हुए एक और समझौते के तहत, यहां H125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का निर्माण भी किया जाएगा।