महीनों बाद खुला वैष्णो देवी मंदिर, एक हफ्ते तक रोजाना 2,000 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
कोरोना वायरस के कारण मार्च में बंद हुआ वैष्णो देवी मंदिर रविवार सुबह खुल गया है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने मार्च में लॉकडाउन लगा दिया था, जिसके कारण सभी धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए थे। अब त्रिकुटा पहाड़ी स्थित वैष्णो देवी मंदिर के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के दूसरे धार्मिक स्थान भी श्रद्धालुओं के लिए खोलने की अनुमति मिल गई है। लोग ऐहतियात बरतते हुए यहां दर्शन कर सकेंगे।
18 मार्च को बंद किया गया था वैष्णो देवी मंदिर
वैष्णो देवी मंदिर के द्वार रविवार सुबह लगभग छह बजे खोले गए। उस समय तक श्री माता वैष्णो देवा श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार तैयारियों का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि 18 मार्च को ऐहतियात बरतते हुए मंदिर को बंद कर दिया गया है। अब प्रशासन ने धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। बोर्ड इस खतरनाक महामारी से बचने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है।
एक सप्ताह तक केवल 2,000 लोग रोजाना कर सकेंगे दर्शन
शुरुआती एक सप्ताह तक रोजाना 2,000 श्रद्धालु ही मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। इनमें से 1,900 जम्मू-कश्मीर और बाकी 100 दूसरे राज्यों के होंगे। पहले यहां रोजाना कई हजार लोग दर्शन करने आते थे।
संक्रमण से बचाव के लिए बरती जा रही सावधानियां
रमेश कुमार ने कहा कि प्रशासन ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तय की है और दर्शन के लिए आने वाले लोगों से नियमों का पालन करने को कहा गया है। मंदिर प्रशासन की तरफ से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कई जगहों पर निशान बनाए हैं साथ ही हैंड सैनिटाइजर का भी इंतजाम किया गया है। इसके अलावा श्रद्धालुओं को मंदिर में जाने से पहले ऑटोमैटिक थर्मल स्क्रीनिंग प्वाइंट से होकर गुजरना पड़ेगा।
फेस मास्क और आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य
मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनना और उनके स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु ऐप होना अनिवार्य है। इसके अलावा मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को दरी या कंबल नहीं दिए जाएंगे।
दूसरे राज्यों से जाने वाले श्रद्धालुओं को कराना होगा कोरोना टेस्ट
मंदिर में दर्शन करने के इच्छुक श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बिना उन्हें दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कुमार ने कहा, "रेड जोन और जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस टेस्ट कराना होगा और केवल उन्हें ही मंदिर में जाने दिया जाएगा, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आएगी।" 10 साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों को कुछ समय के लिए मंदिर न आने को कहा गया है।
यात्रियों को इस रास्ते से आने की दी गई सलाह
बता दें कि वैष्णो देवी जम्मू-कश्मीर के रईसी जिले में त्रिकुटा की पहाड़ियों पर लगभग 5,200 फीट की ऊंचाई पर है। जम्मू से इसकी दूरी 61 किलोमीटर और कटरा से 13 किलोमीटर है। लगभग 700 साल पहले खोजी गई वैष्णों देवी की गुफाओं में देवी काली, देवी सरस्वती और देवी लक्ष्मी के रूप में विराजित हैं। श्रद्धालुओं का यहां आने के लिए कटरा से बाणगंगा, अर्द्ध-कुंवारी और सांझीछत और जाने के लिए हिमकोटी रूट लेने की सलाह दी गई है।