दिल्ली सरकार का बुज़ुर्गों को तोहफ़ा, 12 जुलाई से मुफ़्त में कराएगी तीर्थयात्रा
धर्म में आस्था रखने वाले बुज़ुर्ग अक्सर तीर्थयात्रा पर जाते रहते हैं। जिनके पास पैसे की कमी नहीं होती है, वो देश के कोने-कोने में स्थित तीर्थ स्थानों पर जाते हैं, जबकि आर्थिक रूप से कमज़ोर लोग तीर्थयात्रा पर जानें में असमर्थ होते हैं। ऐसे बुज़ुर्गों के लिए दिल्ली सरकार तोहफ़ा लेकर आई है। जी हाँ, दिल्ली सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत इसी महीने 12 जुलाई से यात्रा शुरू होगी।
कराएगी जाएगी 77,000 वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा बुज़ुर्गों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के अंतर्गत पहले कॉरिडोर में दिल्ली-अमृतसर, बाघा बॉर्डर और आनंदपुर साहिब की यात्रा करवाई जाएगी, जिसके लिए ट्रेन 12 जुलाई को रवाना होगी और 16 जुलाई को वापस आएगी। ट्रेन सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन से शाम 07:00 बजे तीर्थयात्रा के लिए रवाना होगी। इस योजना के अंतर्गत दिल्ली सरकार 77,000 वरिष्ठ नागरिकों को मुफ़्त में तीर्थयात्रा कराएगी।
AC ट्रेनों से कराई जाएगी तीर्थयात्रा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह तीर्थयात्रा तीन दिन और दो रात की होगी और एक ट्रिप में 1,000 यात्री जाएँगे। यात्रियों को तीर्थयात्रा पर ले जाने वाली सभी ट्रेने वातनुकूलित (AC) होंगी। ट्रेन 16 जुलाई को दिल्ली वापस आ जाएगी। दूसरी यात्रा जम्मू वैष्णों देवी की होगी, जो 20 जुलाई को शुरू होगी और 24 जुलाई को ट्रेन वापस आएगी। तीर्थयात्रा पर जाने वाले यात्रियों को SMS से जानकारी दे दी गई है।
तीर्थयात्रा योजना की शुरुआत में तय किए गए हैं पाँच रूट
तीर्थयात्रा पर जाने वाले यात्रियों से गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मिलेंगे। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना की शुरुआत में दिल्ली से पाँच रूट तय किए गए हैं, जिसमें मथुरा-वृंदावन, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ, पुष्कर-अजमेर, अमृतसर-बाघा बॉर्डर-आनंदपुर साहिब और जम्मू वैष्णों देवी है। इन सभी जगहों पर दिल्ली के बुज़ुर्ग यात्री मुफ़्त में तीर्थयात्रा कर सकेंगे। जानकारी के अनुसार, हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के वरिष्ठ नागरिकों के लिए "मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना' शुरू की थी।
तीर्थयात्रा पर जानें के लिए होनी चाहिए ये योग्यता
मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के अंतर्गत यात्रा करने वाले नागरिकों को दिल्ली का निवासी होना चाहिए। इसके अलावा यात्रियों की उम्र 60 साल या उससे अधिक होनी चाहिए। बुज़ुर्गों का ख़्याल रखने के लिए उनके साथ 18 साल या उससे अधिक उम्र का एक सहायक भी यात्रा पर जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों को यात्रा नहीं कराई जाएगी। इस योजना का लाभ कोई भी यात्री अपने जीवन में केवल एक बार ही ले सकता है।
तीन लाख रुपये से कम होनी चाहिए सालाना आय
मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के अंतर्गत तीर्थयात्रा पर जाने वाले बुज़ुर्गों की सालाना आय तीन लाख रुपये से कम होनी चाहिए। वहीं, 71 साल या उससे अधिक उम्र के यात्रियों को अपने साथ 21 साल तक के एक अटेंडेंट ले जाने की सुविधा भी है।
इस तरह करना होगा तीर्थयात्रा के लिए आवेदन
तीर्थयात्रा के लिए सभी आवेदन ऑनलाइन डिविजनल कमिश्नर ऑफ़िस, संबंधित क्षेत्र के विधायक के ऑफ़िस या तीर्थयात्रा कमेटी के ऑफ़िस में भरे जाएँगे। इसके बाद लॉटरी ड्रा से लाभार्थियों का चयन होगा। संबंधित क्षेत्र के विधायक पुष्टि करेंगे कि नागरिक दिल्ली का है या नहीं।