लद्दाख में तनाव पर करीबी नजर रख रहा अमेरिका, नहीं चाहता बढ़े विवाद
क्या है खबर?
अमेरिका लद्दाख में भारत-चीन के सीमा विवाद पर करीबी नजर बनाए हुए है और यह सुनिश्चित करना चाहता है कि स्थिति और खराब न हो। शीर्ष अमेरिका अधिकारियों ने शनिवार को ये बात कही।
उन्होंने कहा कि अमेरिका विवाद पर भारत के साथ लगातार जानकारी साझा कर रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत की बढ़ती भागेदारी और दक्षिण चार सागर में उसकी सैन्य उपस्थिति का भी स्वागत किया।
बयान
ट्रंप प्रशासन बोला- बारीकी से रख रहे लद्दाख विवाद पर नजर
एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में लद्दाख विवाद पर बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने कहा, "हम एक सरकार के तौर पर हिमालय की स्थिति पर बारीकी और समझता से नजर रख रहे हैं। हम निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्थिति और न बिगड़े।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत को रक्षा खरीद और अभ्यास से लेकर जानकारी साझा करने जैसे सहयोग प्रदान कर रहा है।
बयान
दक्षिण-पूर्व एशिया में बढ़ते सहयोग पर लगातार कर रहे भारत से बात- अमेरिका
दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत की बढ़ती भागेदारी पर शीर्ष अधिकारियों ने अपने बयान में कहा, "दक्षिण चीन सागर ही नहीं बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया में भी बढ़े सहयोग के संबंध में हम लगातार भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं। हम निवेश, सुरक्षा सहयोग और मौजूदगी के मोर्चे पर भारत की भागीदारी का प्रोत्साहन करते हैं। इसके अलावा हम इन तीनों क्षेत्रों में दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत की पहले से अधिक भागेदारी का भी स्वागत करते हैं।"
संबंधों की अहमियत
भारत जैसे समान विचारधारा वाले साझेदारों के साथ काम करना महत्वपूर्ण- अमेरिका
चीन के आक्रामक व्यवहार के बीच भारत के महत्व पर जोर देते हुए अधिकारियों ने कहा, "इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हिमालय से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार को देखते हुए यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि हम भारत जैसे समान विचारधारा वाले साझेदारों के साथ काम करें। ऑस्ट्रेलिया के मालाबार नौसेनिक अभ्यास में शामिल होने की भारत की हालिया घोषणा से हम खुश हुए थे।"
महत्वपूर्ण दौरा
अगले हफ्ते भारत आएंगे अमेरिका के रक्षा और विदेश मंत्री
बता दें कि ट्रंप प्रशासन की तरफ से ये बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर अगले हफ्ते भारत के महत्वपूर्ण दौरे पर आने वाले हैं। इस दौरे पर दोनों देशों के बीच 2+2 स्तर की वार्ता होगी।
वार्ता में लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती चुनौती की काट ढूढ़ने पर चर्चा हो सकती है।
विवाद
चार जगहों पर आमने-सामने हैं भारत और चीन
बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं।
पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है।
अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।