अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा- 'मोदी है तो मुमकिन है', देखें वीडियो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे किस कदर प्रभावी और असर छोड़ने वाले होते हैं, इसका एक उदाहरण बुधवार को देखने को मिला जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे को दोहराया। पोम्पियो ने कहा कि वह भारत और अमेरिका के संबंधों को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं और अगर मोदी हैं तो ये मुमिकन है। उनका ये बयान इस महीने के अंत में उनके भारत दौरे से पहले आया है।
'दोनों देशों के रिश्ते अगले स्तर पर ले जाने का अद्वितीय मौका'
बुधवार को अमेरिका-भारत बिजनस काउंसिल की 'इंडिया आइडियाज समिट' में पोम्पियो ने कहा कि ट्रम्प और मोदी प्रशासन के पास दोनों देशों के रिश्तों को अगले स्तर तक ले जाने का अद्वितीय मौका है। उन्होंने कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अभियान में कहा था, 'मोदी है तो मुमकिन है', मैं इस बात की संभावनाएं तलाश रहा हूं कि दोनों देशों के लोगों के बीच क्या-क्या मुमकिन है।"
"मोदी है तो मुमकिन है"
पोम्पियो ने की भारत के विदेश मंत्री जयशंकर की तारीफ
पोम्पियो ने अपने नए समकक्ष और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी तारीफ की, जो अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके हैं। उन्होंने कहा, "अप्रैल में अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि वह अमेरिका के साथ अच्छे रिश्ते बनाने को तैयार हैं। ये भावना दोनों तरफ है। हम आगे बढ़ना चाहते हैं।" पोम्पियो ने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र, आजादी और मानव आत्मा की सरलता में विश्वास के समान मूल्यों को साझा करते हैं।
महीने के अंत में चार देशों का दौरा करेंगे पोम्पियो
पोम्पियो 24-30 जून भारत, श्रीलंका, जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर रहेंगे। उनके चार देशों के इस दौरे का लक्ष्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमेरिका के रिश्तों को और मजबूत करना है। चीन के साथ टकराव में ये क्षेत्र रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है।
पोम्पियो ने कहा, पाकिस्तान पर अपनाया कड़ा रुख
अपनी भारत यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार पोम्पियो ने उन विचारों और संभावनाओं पर प्रकाश डाला जो दोनों देशों के रिश्तों को अगले स्तर तक ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के पास अपने लोगों, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और दुनिया की बेहतरी के लिए एक साथ आगे बढ़ने का मौका है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने पाकिस्तान के आतंकवाद को अस्वीकार्य समर्थन पर बेहद सख्त रुख अपनाया है।
ईरान तेल आयात पर होगी दोनों देशों के रिश्तों की परीक्षा
पोम्पियो का बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका भारत पर ईरान से कच्चे तेल के आयात को बंद करने का दवाब डाल रहा है। हाल ही में दोबारा चुनी गई मोदी सरकार के लिए इसे एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है क्योंकि ईरान भी भारत का बड़ा सहयोगी है। खबर है कि भारत अमेरिका के कहने पर ईरान से कच्चे तेल का आयात बंद कर सकता है, लेकिन इसके बदले में वह अपने लिए भी कुछ चाहेगा।