
अहमदाबाद विमान हादसा: एयर इंडिया के खिलाफ अमेरिका-ब्रिटेन की कोर्ट में चल सकता है मुकदमा
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया AI-171 उड़ान के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन की कानूनी फर्में मुकदमा चलाने की तैयारी कर रही हैं। ब्रिटेन में स्थित कीस्टोन लॉ फर्म और अमेरिका में स्थित विस्नर लॉ फर्म अपने-अपने देशों के पीड़ित परिवारों से मुकदमे के संबंध में बातचीत कर रही हैं। ये मुकदमा टाटा संस और बोइंग पर किया जाएगा, जो परिवारों की वित्तीय सहायता और मुआवजे को बढ़ाने या कुछ अलग हो सकता है।
मुकदमा क्षे
कानूनी फर्मों ने क्या कहा?
कीस्टोन लॉ ने कि वह एयर इंडिया के लिए अग्रणी विमानन बीमाकर्ता टाटा-AIG द्वारा वित्तीय निपटान के शीघ्र प्रस्तावों और मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत अग्रिम भुगतान प्रदान करने के दायित्वों के संबंध में हाल में की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहा है। कानूनी कार्यवाही पर अंतिम निर्णय इस सप्ताह की बैठकों के समापन के बाद लिया जाएगा। रणनीति तैयार करने के लिए कानूनी फर्म और ब्रिटेन में स्थित पीड़ित के रिश्तेदारों के बीच इस सप्ताह कई बैठकें हुई हैं।
कानून
क्या है मॉन्ट्रियल कन्वेंशन?
मॉन्ट्रियल कन्वेंशन 1999 की एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जो यात्रियों की चोट या मृत्यु के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के दौरान सामान के नुकसान के लिए एयरलाइन की देयता को नियंत्रित करती है। यह हस्ताक्षरकर्ता देश भारत, अमेरिका और ब्रिटेन में लागू है। कन्वेंशन के अनुच्छेद-33 के तहत पीड़ित परिवारों को उन क्षेत्रों में दावा करने की अनुमति है, जहां एयरलाइन है, जहां उड़ान जाएगी, जहां टिकट खरीदा गया, जहां यात्री रहता था या जहां एयरलाइन का परिचालन होता है।
हादसा
विमान हादसे में मारे गए थे 275 लोग
गुरुवार 12 जून को अहमदाबाद-लंदन बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया AI-171 हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ सेकेंड बाद बीजे मेडिकल कॉलेज की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के समय विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 241 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी, जबकि सीट नंबर 11A में बैठा एकामात्र यात्री सुरक्षित बच गया था। जमीन पर 30 लोगों की जान गई थी।
यात्री
विमान में सवार थे 61 विदेशी यात्री
अहमदाबाद विमान हादसे के समय एयर इंडिया की उड़ान में बैठे 242 यात्रियों में 61 विदेशी यात्री सवार थे, जिसमें 53 ब्रिटेन के, 7 पुर्तगाल के और 1 कनाडा का नागरिक शामिल था। फियोन्गल और जेमी ग्रीनलॉ-मीक एक समलैंगिक ब्रिटिश जोड़ा था, जो लंदन में एक आध्यात्मिक वेलनेस सेंटर चलाते थे। वे आयुर्वेद उपचार के बाद लंदन जा रहे थे। इसके अलावा डर्बी में रहने वाले भारतीय मूल के प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी और 3 बच्चे भी विमान में थे।