
ईरान पर अमेरिकी हमले के बावजूद मध्य पूर्व के शेयर बाजारों में क्यों दिख रही तेजी?
क्या है खबर?
अमेरिका द्वारा रविवार को ईरान पर किए गए हमले के बाद मध्य पूर्व के शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली। इजरायल का तेल अवीव 125 इंडेक्स 1.8 प्रतिशत और TA-35 इंडेक्स 1.5 प्रतिशत चढ़ा। बीते सप्ताह बाजार में 8 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई। कुवैत और ओमान के बाजारों में भी उछाल देखा गया। निवेशकों को लगता है कि इन हमलों से ईरान की परमाणु गतिविधियां धीमी होंगी और क्षेत्र में स्थिरता लौटेगी।
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निवेशकों को मिला सुरक्षा का भरोसा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की कि उन्होंने ईरान की प्रमुख परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। बंकर बस्टिंग बमों से हुई इस कार्रवाई ने निवेशकों में यह भरोसा बढ़ाया कि ईरान की परमाणु योजना धीमी होगी। इससे क्षेत्र में सुरक्षा माहौल मजबूत होगा और कारोबार के लिए माहौल बेहतर बनेगा। इजरायली शेयर बाजार में आई तेजी को इस भरोसे से जोड़कर देखा जा रहा है कि अब देश की सुरक्षा और निवेश दोनों सुरक्षित हैं।
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सऊदी-अमेरिकी गठजोड़ की उम्मीद से भी तेजी
विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा हालात से अमेरिका, इजरायल और सऊदी अरब के बीच संबंध और गहरे हो सकते हैं। यह गठजोड़ निवेशकों को लंबे समय में स्थिरता और रक्षा सुरक्षा की गारंटी देता है। इजरायली बाजार में लगातार 5 सत्रों की बढ़त और सप्ताहभर में 8 प्रतिशत का उछाल इसी सकारात्मक दृष्टिकोण का नतीजा है। निवेशक इस पूरे घटनाक्रम को रणनीतिक अवसर के रूप में देख रहे हैं।
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अन्य बाजारों में भी दिखी सकारात्मक प्रतिक्रिया
सिर्फ इजरायल ही नहीं, कुवैत और ओमान जैसे देशों के शेयर बाजारों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। कुवैत का इंडेक्स 1 प्रतिशत और मस्कट का MSX30 इंडेक्स 0.50 प्रतिशत ऊपर गया। यह संकेत देता है कि क्षेत्रीय निवेशक ईरान की जवाबी कार्रवाई से डरने के बजाय हालात को नियंत्रण में मान रहे हैं। उनका मानना है कि अमेरिका की सख्ती से क्षेत्र में संतुलन और नियंत्रण बना रहेगा, जो निवेश के लिए अनुकूल स्थिति तैयार करेगा।