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क्या कोलकाता गैंगरेप मामला पूर्वनियोजित और योजनाबद्ध था? पुलिस ने किए कई अहम खुलासे
कोलकाता गैंगरेप मामला पूर्वनियोजित और योजनाबद्ध था

क्या कोलकाता गैंगरेप मामला पूर्वनियोजित और योजनाबद्ध था? पुलिस ने किए कई अहम खुलासे

Jul 01, 2025
01:39 pm

क्या है खबर?

कोलकाता के विधि कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा से गैंगरेप के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। SIT के अनुसार, यह वारदात अचानक नहीं हुई थी। यह एक पूर्वनियोजित और योजनाबद्ध अपराध था। आरोपी मोनोजीत मिश्रा काफी समय से इसकी योजना बना रहा था और उसने कॉलेज में पहले दिन से ही पीड़िता को अपने निशाने पर ले लिया था। आइए जानते हैं इस अपराध की योजना कैसे बनाई गई थी।

योजना

आरोपियों ने कैसे बनाई थी अपराध की पूर्व योजना?

SIT के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी मोनोजीत और उसके दोनों सहयोगी प्रतिम मुखर्जी और जैद अहमद पीड़िता के कॉलेज में प्रवेश लेने के दिन से उसका पीछा कर रहे थे। प्रतिम और जैद का कॉलेज में छात्राओं को परेशान करने का पुराना इतिहास रहा है। आरोपियों ने पहले दिन से ही पीड़ित पर नजरे गढ़ा दी थीं। अधिकारी ने बताया कि आरोपी मिश्रा ने पीड़ित द्वारा विवाह का प्रस्ताव ठुकराने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया है।

प्रस्ताव

आरोपी ने क्यों रखा था विवाह का प्रस्ताव?

SIT अधिकारी ने बताया कि आरोपी मिश्रा के पहले से अन्य युवती के साथ संबंध थे, लेकिन वह पीड़िता को हासिल करना चाहता था और इसलिए उसने विवाह का झूठा प्रस्ताव दिया था। अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को आरोपी के संबंधों का पता चल गया था और इसके चलते उसने प्रस्ताव ठुकरा दिया था। इससे मिश्रा ने खुद को अपमानित महसूस किया और वह किसी भी सूरत में पीड़ित को हासिल करने के लिए आमादा हो गया।

वारदात

आरोपियों ने इस तरह दिया था वारदात को अंजाम?

SIT अधिकारी के अनुसार, पीड़िता ने शिकायत में बताया है कि 25 जून को जब वह यूनियन कार्यालय में बैठी थी तो मिश्रा और उसके सहयोगियों ने उसे घेर लिया और सुरक्षा गार्ड के कमरे में खींच ले गए। तीनों ने कॉलेज का मुख्य द्वार बंद कर दिया और गार्ड को बाहर बैठने के लिए मजबूर किया। उसके बाद मिश्रा ने बलात्कार किया, जबकि अन्य आरोपियों ने उसका वीडियो बनाया। पीड़िता के गिड़गिड़ाने के बाद उसे जाने नहीं दिया गया।

जानकारी

आरोपियों ने दी थी पीड़िता को धमकी

SIT अधिकारी ने बताया कि पीड़िता ने जब वहां से भागने की कोशिश की तो उन्होंने हॉकी स्टिक से उसके साथ मारपीट की। आरोपियों ने उसे किसी को कुछ बताने पर वीडियो वायरल करने और फिर से मारपीट की धमकी भी दी थी।

खुलासा

आरोपियों के खिलाफ पहले से दर्ज हैं कई शिकायतें

अधिकारी ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) की दक्षिण कोलकाता जिला इकाई के संगठन सचिव आरोपी मिश्रा के खिलाफ पहले से ही कई शिकायतें दर्ज हैं। वह कॉलेज में छात्राओं को परेशान करने के लिए जाना जाता था। लॉ कॉलेज की पूर्व छात्रा देबोलिना दास ने न्यूज18 को बताया कि मिश्रा का बदमाशी और दुर्व्यवहार का लंबा इतिहास रहा है। एक बार तो उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था, लेकिन बाद में उसने फिर दाखिला ले लिया।

इतिहास

छात्राओं को किस तरह परेशान करता था आरोपी मिश्रा?

अधिकारी ने बताया कि आरोपी मिश्रा वर्तमान में कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था। वह लड़कियों को यूनियन रूम में बुलाता था, वहा शराब पीता था और जूनियर्स का अपहरण भी करता था। उसके खिलाफ कई शिकायतें थीं और उसे कई बार चेतावनी भी दी गई थी। एक समय तो उसे सिर्फ परीक्षा देने के लिए कॉलेज आने की अनुमति थी। वह हमेशा गुड़ों की तरह व्यवहार करता था और उससे सभी छात्र परेशान थे।

आरोप

छात्राओं के साथ निजी पलों को रिकॉर्ड करता था आरोपी

कॉलेज के एक अंदरूनी सूत्र ने TOI को बताया कि मिश्रा हमेशा छात्राओं के साथ निजी पलों को फिल्माता था और उन्हें अपने दोस्तों को दिखाता था। वह और उसके साथी महिलाओं की तस्वीरें खींचते थे और उन्हें ग्रुप में पोस्ट कर उन्हें बॉडी शेमिंग और बदनाम करते थे। अब इस घटना के बाद अधिकारियों को संदेह है कि आरोपी ने इस हमले का वीडियो भी अपने दोस्तों को भेजा होगा। पुलिस अब इसका पता लगाने में जुटी है।

सफलता

SIT ने अब तक क्या-क्या सबूत जुटाए?

SIT ने अब तक तीनों आरोपियों के DNA नमूने, हमले में इस्तेमाल की गई हॉकी स्टिक और खून से सनी हुई बेंच के रूप में अहम सबूत बरामद किए हैं। इसी तरह फोरेंसिक टीमों ने अपराध स्थल से बालों के कुछ टुकड़े बरामद किए हैं, जिन्हें पीड़िता के संघर्ष का सबूत माना जा रहा है। SIT ने घटना के दौरान पीड़िता और आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़े भी जब्त कर लिए हैं। अब इन कपड़ों की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी।