
हरियाणा: सोनीपत में यूनिवर्सिटी के पास मृत पाया गया छात्र, परिजनों ने लगाया रैगिंग का आरोप
क्या है खबर?
हरियाणा के सोनीपत में यूनिवर्सिटी के पास से एक छात्र का शव बरामद हुआ है। छात्र संदिग्ध परिस्थिति में यूनिवर्सिटी के पास एक सड़क पर बेसुध मिला और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी।
छात्र के परिजनों ने उसकी रैगिंग किए जाने का आरोप लगाया है जिसके कारण वह काफी परेशान भी चल रहा था।
पुलिस ने कहा है कि वह सभी नजरियों से मामले की जांच कर रही है।
मामला
ओपी जिंदल लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था छात्र
घटना सोनीपत के राई थाना क्षेत्र स्थित ओपी जिंदल लॉ यूनिवर्सिटी की है। गुजरात के वडोदरा का रहने वाला 19 वर्षीय संस्कार चतुर्वेदी यहां बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का द्वितीय वर्ष का छात्र था।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को वह दिल्ली में रहने वाली अपनी बहन के पास गया था जो प्रोफेसर है।
देर शाम को वह दिल्ली से वापस यूनिवर्सिटी लौटा और कुछ समय बाद उसे यूनिवर्सिटी के पास मौजूद निर्माणाधीन सड़क पर बेसुध अवस्था में पाया गया।
घटनाक्रम
संस्कार को अस्पताल लेकर गया सिक्योरिटी स्टाफ
हरियाणा पुलिस के अनुसार, सड़क पर बेसुध मिलने के बाद यूनिवर्सिटी का सिक्योरिटी स्टाफ संस्कार को तुरंत एक निजी अस्पताल लेकर गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में रखवा दिया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और छात्र के परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
दावा
चचेरे भाई ने कहा- एडमिशन के बाद से ही हो रही थी संस्कार की रैगिंग
संस्कार के चचेरे भाई समर्थ चतुर्वेदी ने यूनिवर्सिटी में रैगिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि संस्कार ने पिछले साल ही यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था और तभी से वह रैगिंग के कारण परेशान चल रहा था।
उसने कहा, "हमें नहीं पता कि उसकी मौत कैसे हुई। वह तनाव में था क्योंकि उसे यूनिवर्सिटी में रैगिंग का सामना करना पड़ रहा था। उसकी मौत की परिस्थियों की जांच होनी चाहिए। हम पुलिस और प्रशासन से न्याय की मांग करते हैं।"
कार्रवाई
संस्कार के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं, FIR दर्ज
राई पुलिस थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि छात्र की बहन की शिकायत के बाद मामले में FIR दर्ज कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि उन्हें लिखित में रैगिंग की शिकायत मिली है, इसलिए मामले की गहनता से जांच की जाएगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो ठोस कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि संस्कार के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है और शव की पोस्टमार्टम और विसरा जांच की जाएगी।
रैगिंग
न्यूजबाइट्स प्लस
रैगिंग में सीनियर छात्र कॉलेज में एडमिशन लेने वाले नए छात्रों से तरह-तरह की गतिविधियां कराते हैं। कई बार रैगिंग में ऐसे खराब कार्य कराए जाते हैं जिनसे छात्रों की गरिमा का हनन होता है। कई छात्र रैगिंग से परेशान होकर आत्महत्या भी कर चुके हैं।
एक अनुमान के मुताबिक, भारत में 40 प्रतिशत छात्रों को रैगिंग का सामना करना पड़ता है।
भारत में रैगिंग पर प्रतिबंध है और दोषी पाए जाने पर तीन साल की सजा हो सकती है।