रोहतक: अखाड़े के संचालन को लेकर खूनी दंगल, पांच लोगों की गोली मारकर हत्या
हरियाणा के रोहतक में शुक्रवार शाम हुए हत्याकांड से हड़कंप मच गया। इस हत्याकांड में पांच लोगों की मौत हो गई और दो घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में दो कोच और एक महिला पहलवान शामिल है। बताया जा रहा है कि अखाड़े के संचालन को लेकर हुए विवाद के चलते यह घटना हुई है। दूसरी तरफ पुलिस अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है और उसकी तलाश के लिए दबिश दी जा रही है।
ये हैं मृतकों के नाम
मृतकों के नाम मनोज मलिक, उनकी पत्नी साक्षी मलिक, प्रदीप फौजी, सतीश दलाल और मथुरा निवासी पूजा हैं। वहीं मलिक दंपत्ति का एक तीन वर्षीय बच्चा और पहलवान अमरजीत सिंह घायल हुए हैं। मनोज और प्रदीप राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके थे।
यह है पूरा मामला?
भास्कर के अनुसार, मृतक मनोज मलिक जाट कॉलेज में DPE थे और वो अखाड़े का भी संचालन करते थे। उनकी हत्या करने का आरोप अखाड़े में ट्रेनर का काम करने वाले सुखविंद्र पर है। बताया जा रहा है कि सुखविंद्र इस अखाड़े में हिस्सेदारी की मांग कर रहे थे, जबकि मनोज इसके लिए तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ और सुखविंद्र ने कथित तौर पर मनोज समेत पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
सुखविंद्र के खिलाफ मिल रही थीं शिकायतें
जानकारी के अनुसार, सुखविंद्र के खिलाफ अखाड़े में कुश्ती करने वाली कई महिला पहलवानों के परिजनों ने मनोज से शिकायत की थी। इसके चलते मनोज ने सुखविंद्र को अखाड़े से हटा दिया था। अखाड़े में आने वाले कुछ पहलवानों का कहना है कि सुखविंद्र का कहना था कि मनोज और उनकी पत्नी को नौकरी मिल चुकी है। ऐसे में अगर अखाड़े का संचालन उसे मिल जाता है तो उसकी गुजर-बसर आसान हो जाएगी।
समझौते के लिए इकट्ठा हुए थे सभी लोग
हालांकि, सुखविंद्र के खिलाफ आ रही शिकायतों को देखते हुए मनोज अखाड़े का संचालन उसे सौंपने को तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। शु्क्रवार को समझौते के लिए सुखविंद्र ने मनोज और अन्य लोगों को अखाड़े के पास बने कमरे में बुलाया था। आरोप है यहीं पर उसने पिस्तौल से सबको गोली मार दी। इससे कमरे में मौजूद पांच लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए।
कमरे को ताला लगाकर भागा आरोपी
कथित तौर पर पांच लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी कमरे को ताला लगाकर भाग गया। नीचे अखाड़े में प्रैक्टिस कर रहे पहलवानों को जब गोलियां चलने की आवाज आई तो वो ऊपर पहुंचे, लेकिन यहां ताला लगा हुआ था। कमरे से मलिक दंपत्ति के छोटे बच्चे की रोने की आवाज आ रही थी, जिसके बाद वो ताला तोड़कर अंदर घुसे। उन्होंने जब कमरे में देखा तो खूनी से सनी पांच लाशें पड़ी हुई थीं।
कोमा में गया गोलीकांड में घायल हुए बच्चा
इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जानकारी मिलने पर पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। आरोपी ने सभी को सिर और गले में गोली मारी है। गोली लगने से घायल हुआ मलिक दंपत्ति का तीन वर्षीय बच्चा इलाज के दौरान कोमा में चला गया है। वहीं एक और घायल अमरजीत सिंह को बेहतर इलाज के गुरूग्राम रेफर किया गया है।