हरियाणा: क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस से निलंबित हुए कुलदीप बिश्नोई, भाजपा में जाने के कयास
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले हरियाणा के विधायक कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ कार्रवाई की है। दरअसल, शुक्रवार को हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई थी। इसमें बिश्नोई ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को वोट नहीं दिया था, जिससे उनकी हार हो गई। इससे नाराज पार्टी ने बिश्नोई को कांग्रेस कार्यकारिणी की सदस्यता से हटाने और पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है। उनकी विधानसभा सदस्यता भी रद्द करने की मांग की जाएगी।
कांग्रेस से नाराज चल रहे थे बिश्नोई
बिश्नोई काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। दरअसल, उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस उन्हें हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष का पद सौंपेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हाल ही में हरियाणा प्रदेश समिति में फेरबदल हुआ और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। बिश्नोई इससे नाखुश थे और वो लगातार राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांग रहे थे। इस बीच उन्होंने भाजपा नेताओं से भी मुलाकात की।
बिश्नोई बोले- विवेक के अनुसार दिया वोट
शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव में मतदान करने के बाद बिश्नोई ने कहा था कि उन्होंने अपने विवेक के अनुसार वोट दिया है। बिश्नोई का वोट न मिलने से अजय माकन जीत हासिल नहीं कर सके। इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस के पोलिंग एजेंट बीबी बत्रा ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के प्रत्याशी को वोट नहीं डाला। इस वजह से माकन की हार हुई। अगर उनका वोट मिलता तो माकन जीत जाते।
खट्टर ने की बिश्नोई की तारीफ
कुलदीप बिश्नोई द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी को वोट न देने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनकी तारीफ की है। खट्टर ने कहा कि यह स्वाग्तयोग्य कदम है कि बिश्नोई ने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा के उम्मीदवार का समर्थन किया। उन्होंने भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों में भरोसा दिखाया है। उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि इसके बाद कांग्रेस उनके खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी। अगर वो भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है।
ट्विटर के जरिये बिश्नोई का आलोचकों पर पलटवार
कांग्रेस प्रत्याशी को वोट न देने के बाद पार्टी के कई नेता कुलदीप बिश्नोई पर निशाना साध रहे हैं। बिश्नोई ने ट्विटर के जरिये इशारों में इन आरोपों पर पलटवार किया है। शनिवार सुबह उन्होंने ट्वीट किया, 'फन कुचलने का हुनर आता है मुझे, सांप के ख़ौफ़ से जंगल नही छोड़ा करते।' वहीं उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने लिखा, 'हम समंदर हैं हमें ख़ामोश रहने दो, ज़रा मचल गए तो शहर ले डूबेंगे।'
भाजपा में हो सकते हैं शामिल
कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस छोड़कर भाजपा की गाड़ी में सवार हो सकते हैं। बीते दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर से भी मुलाकात की थी, जिसमें दोनों के बीच राजनीतिक मुद्दों पर बात हुई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे और हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा से विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़कर 2007 में अपनी अलग पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस बनाई थी। 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने से नाराज होकर कुलदीप ने यह फैसला लिया था। उसके बाद कुछ समय तक उनकी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में भी रही थी। हालांकि, करीब नौ साल बाद 2016 में उन्होंने हजकां का कांग्रेस में विलय कर दिया था।