
दिल्ली और आसपास के इलाकों में आज से बढ़ने लगेगा पारा, फिर सताएगी गर्मी
क्या है खबर?
बुधवार को राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में हुई बरसात के बाद मिली राहत अब ज्यादा दिन ठहरने वाली नहीं है।
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार से पारा बढ़ना शुरू हो जाएगा और अगले हफ्ते यह 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ऐसे में एक बार फिर लोगों को गर्मी और लू से परेशान होना पड़ेगा।
बता दें कि पिछले दो महीनों में दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में भयंकर गर्मी पड़ रही है।
तापमान
गुरुवार को कैसा रहा दिल्ली का मौसम?
गुरुवार को दिल्ली के सफदरजंग बेस स्टेशन पर अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री था। इसी तरह न्यूनतम तापमान गिरकर 22.2 डिग्री पहुंच गया, जो सामान्य से 6 डिग्री कम था। बुधवार को भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंडी और तेज हवाओं और कुछ स्थानों पर हुई बारिश के कारण स्टेशन पर दो घंटे में तापमान में 6 डिग्री की गिरावट देखी गई थी।
मौसम का हाल
आज से चढ़ने लगेगा पारा
मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार से तापमान में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी और शनिवार को पारा 41-42 डिग्री तक जा सकता है।
आने वाले सप्ताह में भी पारे में बढ़ोतरी जारी रहेगी और दिल्ली समेत कई इलाकों में लू चलने लगेगी।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 43-45 डिग्री रह सकता है और बुधवार तक यह 44-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।
तापमान
बाकी इलाकों को लेकर क्या अनुमान?
मौसम विभाग ने बयान जारी कर बताया कि 7 से 9 मई तक राजस्थान और 8 से 9 मई तक दक्षिण हरियाणा, दक्षिण पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और विदर्भ क्षेत्र के कई इलाकों में हीटवेट जैसी परिस्थितियां बन रही हैं।
विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत में गर्मी और पश्चिमी हवाएं चलेंगी। इस दौरान सामान्य तापमान काफी ज्यादा रहता है तो अधिकतम तापमान और ऊपर जा सकता है।
रिकॉर्ड
कई इलाकों में 122 सालों में सबसे गर्म रहा बीता अप्रैल महीना
पिछले महीने देश के कई हिस्सों में पड़ी रिकॉर्ड गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया था।
मौसम विभाग ने बताया कि अप्रैल के दौरान देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य हिस्से में औसत अधिकतम तापमान 122 सालों में सबसे ज्यादा रहा। यानी 122 सालों में किसी भी अप्रैल में इतनी गर्मी नहीं पड़ी थी।
इससे पहले मार्च के दौरान भी गर्मी ने पसीने छुड़ाए थे और यह महीना पिछले 122 सालों का सबसे गर्म मार्च महीना रहा था।
जानलेवा गर्मी
जानलेवा बनती जा रही है गर्मी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 1992 से लेकर 2020 के बीच देश में हीटवेव के कारण 25,692 लोगों की मौत हुई थी। हालिया वर्षों की बात करें तो 2016 से लेकर 2021 के बीच 1,743 लोग इस वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं।
कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के कारण होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कोरोना की संभावित चौथी लहर से भी ज्यादा चिंताजनक है।
ऐहतियात
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
गर्मियों और लू चलने के दौरान धूप में घर से बाहर निकलने से बचें। अगर धूप में घर से बाहर निकलना जरूरी है तो अपने सिर और हाथों को अच्छी से तरह से ढककर ही निकलें। इसके लिए आप कपड़े या फिर छाते का इस्तेमाल कर सकते हैं।
खूब पानी पिएं और तरबूज, खरबूजा और संतरे जैसे पानी से भरपूर फलों और खाने में हल्के और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।