मुंबई में 40 डिग्री के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा तापमान, जानिए इसके कारण और प्रभाव
देश के कई राज्यों में तापमान में अचानक बढ़ोतरी होने लगी है। इससे लोगों को मार्च में ही मई-जून जैसी हीटवेव (लू) का अहसास होने लग गया है।महाराष्ट्र में भी हालात बेहद खराब हो रहे हैं। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मंगलवार के लिए ऑरेंज और बुधवार के लिए येलो अलर्ट जारी करने के बाद मुंबई सहित राज्य के अन्य तटीय इलाकों में सोमवार को तापमान 39.4 डिग्री के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे लोग बेहाल हो गए।
सामान्य से आठ डिग्री अधिक हुआ तापमान
IMD के अनुसार, सोमवार को मुंबई सहित अन्य तटीय इलाकों में तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक यानी 39.4 पर पहुंच गया। ऐसे में आने वाले दिनों में इसके 40 डिग्री के पार पहुंचने की संभावना है। IMD की माने तो अगले कुछ दिनों में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहेगा और रात्र का तापमान भी 24 डिक्री के पास पहुंचने की संभावना है। यह स्थिति लोगों को गर्मी से बेहाल करने के लिए काफी है।
क्या होती है हीटवेव?
IMD के अनुसार, तापमान में वृद्धि और मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री, पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री और तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री से अधिक होने पर संबंधित इलाकों को हीटवेव की चपेट में माना जाता है। इसी तरह जब किसी इलाके में तापमान सामान्य से 4.5 से छह डिग्री ऊपर पहुंचता है तो हीटवेव क्षेत्र घोषित किया जाता है। इस दौरान इन इलाकों में तेज गर्मी के साथ गर्म हवाओं के थपेड़े लोगों को बेहाल करते हैं।
क्या है तापमान में बढ़ोतरी का कारण?
IMD के अनुसार, यदि उत्तर-पश्चिमी भारत से गर्म और शुष्क हवाएं चलती हैं तो आसमान साफ रहता है। इसी तरह यदि नमी में गिरावट होती है तो तापमान में बढ़ोतरी हो जाती है। इसके कारण कुछ दिनों के लिए कुछ इलाकों में हीटवेव गंभीर स्तर पर पहुंच जाती है। इसके अलावा बढ़ता तापमान सौर विकिरण में वृद्धि और मध्य-पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों पर एक उच्च दबाव क्षेत्र का कारण भी रहता है। इससे यहां ज्यादा हीटवेव रहती है।
मुंबई में तापमान में बढ़ोतरी का क्या है कारण?
मुंबई के IMD केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में चलने वाली हीटवेव के सीधे प्रभाव में रहने के कारण ही इन दिनों में महाराष्ट्र के मुंबई सहित अन्य तटीय इलाकों में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तर- पश्चिम भारत से गर्म और शुष्क हवाएं कोंकण के कुछ हिस्सों में पहुंच रही हैं। इसी तरह महाराष्ट्र में समुद्री हवा की धीमी गति और साफ आसामान भी गर्मी का कारण है।
आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट की है संभावना
IMD के अनुसार, सौर विकिरण की तीव्रता के कारण भी तापमान में इजाफा हो रहा हैं। मुंबई में 3 मार्च से ही हीटवेव का असर शुरू हो गया था, लेकिन 17-20 मार्च के बीच तापमान के 36 डिग्री पर आने की संभावना है।
क्या है हीटवेव के खतरे?
IMD के अनुसार, हीटवेव के कारण लोग लू का शिकार हो सकते हैं और उन्हें उल्टी-दस्त और बुखार की शिकायत हो सकती है। ऐसे में बृहन्मुंबई माहानगरपालिका (BMC) ने लोगों से अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करने तथा दोपहर में विशेषतौर पर 12 से 3 बजे के बीच घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। इसके अलावा हीटवेव की चपेट में आने पर तत्काल अस्पताल जाने और उपचार लेने की भी अपील की है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि IMD ने देश के आठ राज्यों में हीटवेव का प्रभाव रहने की चेतावनी जारी की है। इनमें जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र में हीटवेव की स्थिति प्रबल होने की चेतावनी दी है। IMD ने कहा है कि उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में तापमान बढ़ गया है। इसके कारण पश्चिम और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण लू चल सकती है। ऐसे में सावधानी ही उपचार है।