तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने वाले 2,200 विदेशी बैन, 10 साल भारत नहीं आ सकेंगे
पर्यटक वीजा पर भारत आकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले 2,200 विदेशियों पर सरकार ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने इन सभी पर वीजा नियमों एवं महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों के उल्लंघन का दोषी मानते हुए उन पर 10 साल का बैन लगा दिया है। ऐसे में अब ये सभी विदेशी आगामी 10 साल तक भारत की यात्रा नहीं कर सकेंगे। अभी इन विदेशियों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
पर्यटक वीजा पर अन्य गतिविधियों शामिल होना गैर कानूनी
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि इन सभी लोगों को पर्टयक वीजा दिया गया था। इसके बाद भी उन्होंने तबलीगी जमात की गतिविधियों में हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि पर्यटक वीजा पर कोई भी विदेशी किसी राजनैतिक, धार्मिक सहित अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले सकता है। इसके अलावा उन्होंने महामारी अधिनियम का भी उल्लंघन किया था। ऐसे में इन सभी 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया गया है।
इन देशों के नागरिक हैं शामिल
गृह मंत्रालय के अनुसार 10 साल के लिए बैन किए गए नागरिकों में माली, नाइजीरिया, श्रीलंका, केन्या, जिबूती, तंजानिया, दक्षिण, अफ्रीका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, UK (OCI कार्ड धारक) ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के नागरिक शामिल हैं।
तबलीगी जमात कार्यक्रम ने कोरोना के खिलाफ भारत की तैयारियों को दिया था झटका
बता दें कि मार्च में दिल्ली के निज़ामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात का एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जियमें सैकड़ों विदेशी और हजारों भारतीय शामिल हुए थे। बाद में कई लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई की शुरू की थी। सरकार का मानना था कि लोग कोरोना प्रभावित देशों से आए लोगों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए थे। इसके बाद अन्य लोगों की तलाश शुरू की गई थी।
जमात प्रमुख ने पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस पर नहीं दिया ध्यान
मामले की जांच में सामने आया था कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद को दिल्ली पुलिस ने परिसर खाली करने के लिए दो नोटिस दिए थे, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया। ऐसे में पुलिस को मस्जिद खाली कराने और वहां मिले लोगों को क्वारंटाइन करने में कई दिन लि गए थे। इसके बाद सभी राज्य सरकारों ने भी जमात कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे लोगों की तलाश शुरू कर दी और उन सभी को क्वारंटाइन किया गया।
तबलीगी जमात के सदस्यों ने चिकित्साकर्मियों से की अभद्रता
सरकार द्वारा जमात से जुड़े लोगों का पता लगाकर क्वारंटाइन किए जाने के बाद जमातियों ने चिकित्साकर्मियों का सहयोग करने की जगह उनसे अभद्रता करना शुरू कर दिया था। गाजियाबाद के एक सरकारी अस्पताल में जमात के कुछ लोग अर्ध-नग्न होकर घूमे थे तथा महिला चिकित्साकर्मियों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की थी। इसके अलावा नर्सों से सिगरेट भी मांगी थी। बाद में अस्पतालों में सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
960 विदेशियों को पहले ही ब्लैकलिस्ट कर चुका है मंत्रालय
बता दें कि गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने में भी जमात से जुड़े विदेशियों पर कार्रवाई की थी। उस दौरान कुल 960 विदेशियों को ब्लैकलिस्टेड किया गया था। इनमें अमेरिका के चार, ब्रिटेन के नौ, चीन के छह, इंडानेशिया 379, बांग्लादेश 110, म्यांमार 63 और श्रीलंका के 33 नागरिक शामिल थे। इसी तरह किर्गिस्तान के 77, मलेशिया 75, थाईलैंड 65, वियतनाम 12, सऊदी अरब नौ और फ्रांस के तीन नागरिक भी शामिल है।