लॉकडाउन: दिल्ली में प्रवासी मजदूरों की भीड़ जुटने को लेकर दो शीर्ष अधिकारी निलंबित
कोरोना के प्रकोप से बचाने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। इसके बाद भी गत शनिवार को दिल्ली के आनंद विहार बस स्टैंड पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ जुटने को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाया है। केंद्र ने इसे पुलिस की विफलता माना है। इसी तरह दो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। जबकि दो अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
रेणु शर्मा और राजीव वर्मा को किया निलंबित
बता दें कि दिल्ली में लॉकडाउन के बाद भी बस स्टैंडों पर हजारों की संख्या में मजदूरों की भीड़ जुटने को लेकर सरकार को भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसके बाद गृह मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ड्यूटी में लापरवाही बरतने को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) रेणु शर्मा और प्रधान सचिव (वित्त) राजीव वर्मा को निलंबित कर दिया। रेणु शर्मा 1988 और वर्मा 1992 के बैच के IAS अधिकारी हैं।
निलंबित अधिकारियों पर लगा जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करने का आरोप
गृह मंत्रालय के अनुसार राजीव वर्मा ने दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट और उनकी टीमों के साथ समन्वय करते हुए कार्य करना था। इसमें उन्हें भोजन वितरण और लोगों के ठहरने की व्यवस्था करानी थी। इसी तरह दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की प्रभारी रेणु शर्मा को प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में बसों का संचालन करने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन ये दोनों जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में पूरी तरह से असफल रहे हैं।
हजारों लोगों की जान खतरे में डालने को लेकर दिया कारण बताओ नोटिस
गृह मंत्रालय की ओर से दो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित करने के अलावा दो अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिए जारी किया गया है। इसमें गृह और भूमि भवन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्य गोपाल और सीलमपुर के उपखंड अधिकारी अजय अरोड़ा शामिल हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इन अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए हजारों लोगों की जान को खतरे में डाला है।
गृह मंत्रालय ने कार्रवाई पर दिया यह बयान
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना को लेकर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत गठित राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के अध्यक्ष ने अधिकारियों ने निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन ये अधिकारी उसमें असफल रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को उठानी पड़ी थी परेशानी
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा परेशानी विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को हुई थी। रहने और खाने की व्यवस्था नहीं होने के कारण इन मजदूरों ने पैदल ही अपने घरों को जाना शुरू कर दिया था। शनिवार को दिल्ली के आनंद विहार और ISBT स्टैंडों पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर जमा हो गए थे। पुलिस ने बल प्रयोग से उन्हें हटाने का प्रयास किया था।
भारत में 1,071 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार सोमवार सुबह 10:30 बजे तक देश में संक्रमितों की संख्या 1,071 पहुंच गई है। इनमें से 29 लोगों की मौत हो गई, जबकि 99 को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।