सुरक्षा बलों ने नाकाम की पुलवामा जैसे हमले की साजिश, कार से 20 किलो IED बरामद
जम्मू-कश्मीर के पुलावामा में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। सुरक्षा बलों ने अपनी चौकसी और मजबूत सूचना तंत्र के चलते आतंकवादियों की पुलवामा जैसा हमला करने की साजिश को नाकाम कर दिया और एक कार से 20 किलो IED बरामद कर लिया। बाद में सेना के बम निरोधक दस्ते ने कार सहित IED को नष्ट कर दिया। अब मामले की जांच को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है।
खूफिया सूचना पर की जा रही वाहनों की चैकिंग
पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह विजय कुमार ने बताया कि उन्हें आतंकियों द्वारा बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रचे जाने की खूफिया सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की अलग-अलग टीमों ने क्षेत्र में नाके लगाकर वाहनों की जांच करना शुरू कर दिया। रात को चेक प्वॉइंट पर एक सफेद रंग की कार को रूकने का इशारा किया था, लेकिन उसके चालक ने बेरिकेडिंग तोड़कर भागने का प्रयास किया।
फायरिंग शुरू होते ही कार छोड़कर फरार हो गया चालक
पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि चालक के बेरिकेडिंग तोड़ने के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने कार पर फायरिंग शुरू कर दी। उस दौरान कार का चालक अंधेरे का फायदा उठाते हुए कार को छोड़कर फरार हो गया। सुरक्षा बलों ने कार की जांच की तो उसमें 20 किलो IED भरा हुआ मिला। उन्होंने बताया कि जांच में कार पर लगे पंजीयन नंबर भी फर्जी मिले हैं। ऐसे में अब कार मालिक का पता लगाया जा रहा है।
सुरक्षा बलों ने कार से साथ नष्ट किया IED
DGP सिंह ने बताया कि कार को बरामद करने के बाद रातभर उसे निगरानी में रखा गया। इसके बाद सुबह आस-पास के घरों को खाली करा लिया गया और बम निरोधक दस्ते ने कार सहित IED को नष्ट कर दिया। इस दौरान बड़ा तेज धमाका हुआ था। जिससे आस-पास के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इलाके में और भी आतंकियों के होने की आशंका जताई जा रही है।
हिजबुल का आतंकवादी चला रहा था कार
DGP सिंह ने बताया कि जिस कार से IED बरामद किया गया था। उस कार को कथित रूप से हिजबुल मुजाहिदीन का एक आतंकवादी चला रहा था। सुरक्षा बलों के फायरिंग शुरू करने के बाद वह अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया था।
बड़े हमले की फिराक में थे आतंकी
DGP सिंह ने बताया कि कार से IED बरामद होना कोई सामान्य घटना नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि आतंकवादी पुलवामा में फिर से कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। खूफिया सूत्रों की समय पर मिली जानकारी से पुलिस और सुरक्षा बलों ने आतंकियों की इस घातक योजना पर पानी फेर दिया है। उन्होंने बताया कि अब सभी संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलवामा हमले में शहीद हुए थे 40 जवान
बता दें कि 14 फरवरी, 2019 पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। उस दौरान आतंकियों ने IED से लदी कार से जवानों की एक बस का निशाना बनाया था। उस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। उसके बाद भारतीय वायु सेना (IAF) ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक करते हुए सैकड़ों की संख्या में जैश के कमांडर, ट्रेनर और आतंकवादियों को मार गिराया था।
हिजबुल कमांडर रियाज नायकू मारा गया
जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन ने एक बार फिर सिर उठाने की कोशिश की है लेकिन सेना के ऑपरेशन ने उसकी कमर तोड़ दी है। गत दिनों सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में हिज्बुल के कमांडर रियाज नायकू को भी मार गिराया था।