
कोरोना वायरस: स्पेन ने दी 5-11 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की मंजूरी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच स्पेन सरकार ने देश में 5-11 साल की उम्र के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी है।
स्पेन की स्वास्थ्य मंत्री कैरोलिना डारियास ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है।
बता दें स्पेन में इस समय वैक्सीनेशन की दर 80 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में सरकार ने अब बच्चों को भी महामारी से सुरक्षित करने के लिए यह कदम उठाया है।
सिफारिश
यूरोपीय संघ के स्वास्थ्य नियामक ने की थी बच्चों के वैक्सीनेशन की सिफारिश
बता दें कि यूरोपीय संघ के देशों में पिछले दो महीने से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिला रहा है।
यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं और प्रतिदिन औसतर 4,000 से अधिक लोगों की मौत हो रही है।
इसको देखते हुए यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने 25 नवंबर को बच्चों को महामारी से प्रकोप से बचाने के लिए 5-11 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाने की सिफारिश की थी।
बयान
अगले सप्ताह से शुरू किया जाएगा बच्चों का वैक्सीनेशन- डारियास
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, स्पेन की स्वास्थ्य मंत्री कैरोलिना डारियास ने ब्रसेल्स में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी से बच्चों के बचाव के लिए EMA की सिफारिश पर गौर करते हुए 5-11 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए अमेरिकी कंपनी फाइजर और बायोएनटेक द्वारा तैयार वैक्सीन को मंजूरी दी गई है। वैक्सीने के आने के बाद अगले सप्ताह वैक्सीनेशन शुरू होने की उम्मीद है।
शुरुआत
इटली और ऑस्टि्रया में शुरू हो चुका है बच्चों का वैक्सीनेशन
बता दें कि EMA द्वारा 25 नवंबर को फाइजर की वैक्सीन को बच्चों में इस्तेमाल की मंजूरी देने के बाद इटली और ऑस्टि्रया ने भी इस उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है।
इसके अलावा फ्रांस सरकार ने भी 1 दिसंबर को इस उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी थी।
अब स्पेन के पड़ोसी देश पुर्तगाल में भी अगले दो सप्ताह में बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने की उम्मीद की जा रही है।
बयान
बच्चों के वैक्सीनेशन से मिलेगी मदद- क्लूज
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) यूरोप के निदेशक हैंस क्लूज ने कहा, "वर्तमान में यह कोई असामान्य बात नहीं होगी कि छोटे बच्चों में अन्य आबादी की तुलना में दो से तीन गुना अधिक संक्रमण के मामले सामने आए।"
उन्होंने कहा, "बच्चे अनजाने में दूसरों तक संक्रमण पहुंचा सकते हैं। ऐसे में उन्हें वैक्सीन लगाना परिवार के अन्य लोगों को संक्रमण से बचाने तथा स्कूलों को बंद होने से बचाने में काफी मददगार साबित होगा।"
जानकारी
WHO ने यूरोप में सात लाख और मौतें होने की आशंका जताई
बता दें कि 23 नवंबर को WHO ने यूरोप में कोरोना महामारी से सात लाख और मौतें होने की आशंका जताई थी। उस दौरान WHO ने कहा था कि यूरोप में मार्च 2022 तक महामारी से मौतों का आंकड़ा 22 लाख के पार पहुंच जाएगा।
भारत
भारत में क्या है बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारी?
अमेरिका, चीन सहित कई अन्य देशों ने बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन भारत में अभी इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है।
हालांकि, भारत में जायडस कैडिला ने बच्चों वैक्सीन तैयार कर ली और अगस्त में DCGI ने उसे आपात इस्तेमाल की मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन अभी तक इसका इस्तेमाल शुरू नहीं हुआ।
हाल ही सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय विशेषज्ञ और तकनीकी सलाहकार समूह की सिफारिश के बाद ही आगे कदम बढ़ाया जाएगा।