कश्मीर: सुरक्षाबलों ने ढेर किए दो आतंकी, आम नागरिक और सरकारी कर्मचारी का हत्यारा शामिल
जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में कल रात हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकी कश्मीर के ही रहने वाले हैं। इनमें से एक आतंकी एक आम नागरिक और एक सरकारी कर्मचारी की हत्या में शामिल था। आतंकियों के पास से दो AK 47 राइफल भी बरामद हुई हैं। ये पिछले तीन दिन में कश्मीर में हुई दूसरे मुठभेड़ है और इनमें कुल चार आतंकियों को मारा जा चुका है।
आतंकियों के फायरिंग करने के बाद शुरू हुई मुठभेड़
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) के अनुसार, आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच ये मुठभेड़ अवंतीपोरा के राजपोरा इलाके में हुई। आतंकियों के सुरक्षाबलों पर फायरिंग करने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। मारे गए आतंकियों की पहचान त्राल के रहने वाले शाहिद राथर और शोपियां के रहने वाले उमर यूसुफ के तौर पर हुई है। IGP ने बताया कि शाहिद अरिपाल की एक महिला शकीला और लुरगाम त्राल के एक सरकारी कर्मचारी जाविद अहमद की हत्या में शामिल था।
रविवार को पुलवामा में ढेर किए गए थे दो आतंकी
इससे पहले रविवार को भी सुरक्षाबलों ने पुलवामा के गुंडीपोरा में दो आतंकियों को ढेर किया था। कुलगाम पुलिस ने उन्हें यहां जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना दी थी, जिसके बाद सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे और आतंकियों के फायरिंग करने के बाद मुठभेड़़ शुरू हो गई। मारे गए आतंकियों में आबिद शाह भी शामिल था जिसने 13 मई को जम्मू-कश्मीर पुलिस के सिपाही रियाज अहमद की हत्या कर दी थी।
इस साल अब तक ढेर किए गए 26 विदेशी आतंकी
कश्मीर के IGP विजय कुमार के अनुसार, सुरक्षाबल इस साल के पहले पांच महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 26 विदेशी आतंकियों को ढेर कर चुके हैं। इन 26 आतंकियों में से 14 विदेशी आतंकी मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के थे, वहीं 12 आतंकी हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखते थे। मसूद अजहर और हाफिज सईद भारत में हुई कई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड रहे हैं।
कश्मीर में पिछले साल मारे गए थे 184 आतंकवादी
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने बताया था कि 2021 में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा 100 सफल आतंकवादी विरोधी अभियान चलाए गए थे। इन अभियानों में 184 आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें से 44 शीर्ष कमांडर और 20 विदेशी थे। सिंह ने बताया था कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के दम पर जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से को लगातार होने वाले आतंकी हमलों से मुक्त कर दिया गया है और आतंकियों का सफाई अभियान अभी भी जारी है।