शहीद मेजर को विदाई देते वक्त पत्नी ने कहा, आपने मुझसे ज्यादा प्यार देश को किया
कश्मीर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी ने उन्हें अंतिम विदाई देते वक्त जो शब्द कहे, वह किसी को भी अंदर तक हिला सकते हैं। अपने शहीद पति के चेहरे को निहारते हुए उनकी पत्नी नितिका कौल ने कहा, "आपने मुझसे झूठ बोला था कि आप मुझे प्यार करते हैं। आप मुझसे ज्यादा देश से प्यार करते हैं। मुझे बहुत जलन हो रही है और मैं इसे संभाल नहीं सकती।"
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे मेजर विभूति
पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोमवार को पुलवामा में ही आतंकियों के साथ एक मुठभेड़ में 34 वर्षीय मेजर विभूति शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर सोमवार रात को देहरादून के नेशविला रोड स्थित उनके घर पहुंचा था। मंगलवार को विभूति की मां सरोज ढौंडियाल, पत्नी, 2 बड़ी बहनों समेत पूरे परिवार ने उनको अंतिम विदाई दी। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, सेना अधिकारी, कांग्रेस और भाजपा नेता और भारी संख्या में लोग भी उनको अंतिम विदाई देने पहुंचे।
पति को निहारती रहीं पत्नी नितिका कौल
शहीद मेजर विभूति शंकर की पत्नी नितिका कौल बहादुरी से उनके ताबूत के पास खड़े होकर अपने पति को आखिरी बार निहारती रहीं। बारिश के बीच नितिका ने पहले ताबूत और फिर अपने पति के चेहरे को छुआ। इस दौरान अपने आंसू पोंछते हुए उन्होंने अपने पति को दूर से चूमा भी। उन्होंने कहा, "हम सभी आपको प्यार करते हैं। आपने देश और लोगों के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। आप एक बहादुरी आदमी हैं।"
'अंतिम सांस तक आपसे प्यार करूंगी विभू'
घुटती हुई आवाज में नितिका ने बोलना जारी रखा, "आप जैसा पति पाकर मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं। अपनी अंतिम सांस तक मैं आपसे प्यार करूंगी विभू।" उन्होंने आगे कहा, "यह कष्टदायक है कि आप जा रहे हैं लेकिन मैं जानती हूं कि आप हमेशा मेरे आसपास रहेंगे।" अपने पति को सलाम करते हुए उन्होंने कहा, "मैं सभी से निवेदन करती हूं कि वह सहानभूति न जताएं, बल्कि मजबूत रहें और इस इंसान को सलाम करें।"
हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
इस दौरान शहीद मेजर के आवास पर उनकी तस्वीर और तख्तियां लिए हुए हजारों लोग जमा हुए। जब सभी ने एक साथ 'शहीद विभूति ढौंडियाल अमर रहें' का नारा लगाया तो आसमान तक आवाज गूंजने लगी। गुस्से से भरे लोगों ने इस दौरान भारत माता की जय, वंदे मातरम् और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। शहीद मेजर विभूति के पवित्र शरीर का पूरे सैन्य सम्मान के साथ हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया गया।