जम्मू-कश्मीर: हंदवाड़ा मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, सेना के दो अधिकारियों समेत पांच शहीद
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में कई घंटों तक चली सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ खत्म हो गई है।
इसमें भारतीय सेना अधिकारी समेत पांच जवान शहीद हुए हैं, जबकि दो आतंकवादियों को ढेर किया गया है।
शहीद होने वालों में 21 राष्ट्रीय राइफल का एक कर्नल, एक मेजर, दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का सब इंस्पेक्टर शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ लगभग आठ घंटों से ज्यादा समय तक चली।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
मुठभेड़
बंधक बनाए गए लोगों को सुरक्षित बचाया गया
21 राष्ट्रीय राइफल की एक टीम को जानकारी मिली कि हंदवाड़ा में आतंकियों ने एक घर में रहने वाले लोगों को बंधक बना लिया है।
जब टीम वहां पहुंची तो आतंकी वहां पहले से मौजूद थे और उन्हें फायरिंग शुरू कर दी। इससे पांच जवान शहीद हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि घर में फंसे बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
मुठभेड़ में शहीद होने वाले कर्नल आशुतोष शर्मा पहले कई आतंकरोधी मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुके थे।
जानकारी
कर्नल शर्मा को दो बार मिल चुका है वीरता पुरस्कार
शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा को दो बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका था। हंदवाड़ा में जान गंवाने वाले बाकी जवानों के नाम मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश है।
ऑपरेशन
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने चलाया था संयुक्त ऑपरेशन
बताया जा रहा कि सेना को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके के चंगीमुल्ला गांव में आतंकियों ने एक परिवार को बंंधक बना लिया है।
इसके बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। सेना और पुलिस के पांच जवान गांव में पहुंचे और आतंकियों से लोहा लेना शुरू कर दिया।
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि टीम ने लोगों को सुरक्षित बचा लिया, लेकिन खुद भारी गोलीबारी की चपेट में आ गए।
शहादत
सेना ने मुठभेड़ में पांच साल बाद खोया कमांडिंग ऑफिसर
सेना के लिए यह मुठभेड़ भारी नुकसान वाली साबित हुई है। सेना ने पांच साल बाद किसी आतंकी मुठभेड़ में किसी कमांडिंग ऑफिसर को खोया है।
कर्नल शर्मा से पहले 2015 में कुपवाड़ा के हाजीनाक जंगल में हुई आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर संतोष महादिक शहीद हुए थे।
उनकी शहादत के दो साल बाद 2017 में उनकी पत्नी स्वाति सेना में भर्ती हुई थीं।
जांच
इलाका सील कर छानबीन जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुबह होते-होते सेना ने आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसके बाद आसपास के इलाके की छानबीन की गई।
फिलहाल पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
मुठभेड़ के दौरान हंदवाड़ा इलाके में इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई थी।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से घाटी में आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है। दूसरी तरफ नियंत्रण रेखा भी पाकिस्तान लगातार फायरिंग कर रहा है।
मुठभेड़
इस साल अभी तक 62 आतंकी ढेर
इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में हुई मुठभेड़ में 62 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। भारत की तरह कोरोना वायरस से जूझ रहा पाकिस्तान अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार आतंकियों को सीमा पार भेज रहा है।
पिछले महीने पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने दुधनियाल स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसमें आठ आतंकी और 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।