NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / प्रदूषण के खिलाफ केंद्र का कानून, एक करोड़ जुर्माना और पांच साल जेल का प्रावधान
    अगली खबर
    प्रदूषण के खिलाफ केंद्र का कानून, एक करोड़ जुर्माना और पांच साल जेल का प्रावधान

    प्रदूषण के खिलाफ केंद्र का कानून, एक करोड़ जुर्माना और पांच साल जेल का प्रावधान

    लेखन भारत शर्मा
    Oct 29, 2020
    07:25 pm

    क्या है खबर?

    दिल्ली-NCR क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठा लिया है।

    सरकार प्रदूषण के खिलाफ कानून बनाने के लिए एक अध्यादेश तैयार कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से हस्ताक्षर करा लिए हैं।

    सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इसकी जानकारी भी दे दी है। बता दें कि सरकार ने गत सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण के खिलाफ नया कानून बनाने का जानकारी दी थी। जिसके तहत यह कदम उठाया गया है।

    आयोग

    EPCA की जगह लेगा नया आयोग

    सरकार के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन अध्यादेश, 2020 के लिए नए आयोग का गठन किया गया है। इसके 22 साल पुराने पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) की जगह लागू किया जाएगा।

    इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी अनुमति दे दी है। हालांकि EPCA ने दिल्ली में वाहनों को CNG पर आने के लिए कहा था, लेकिन वह खतरनाक धुएं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर सका था।

    शक्ति

    आयोग तीन चीजों पर रखेगा विशेष नजर- रिपोर्ट

    न्यूज 18 के अनुसार 20 सदस्यीय यह आयोग मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों पर नजर रखेगा। इनमें वायु प्रदूषण की निगरानी, ​​कानूनों को लागू करने और अनुसंधान और नवाचार शामिल है।

    इसके अलावा आयोग प्रदूषण बढ़ाने वाले कारणों जैस- पराली जलाना, वाहनों के धुंए और मृदा प्रदूषण पर भी ध्यान देगा।

    इसी तरह आयोग निगरानी के लिए उप-समितियों का गठन करेगा। यह आयोग एक केंद्रीय निकाय के रूप में कार्य करेगा।

    सदस्य

    पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति सदस्यों की नियुक्ति करेगी

    इस आयोग की अध्यक्षता सचिव या मुख्य सचिव रैंक के एक सरकारी अधिकारी द्वारा की जाएगी, जिसे केंद्र द्वारा चुना जाएगा।

    आयोग में पर्यावरण मंत्रालय के सचिव और पांच अन्य सचिव या मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी भी शामिल होंगे। वह इसके पदेन सदस्य होंगे।

    चेयरपर्सन को तीन साल की अवधि या उनके 70 वर्ष के होने तक के लिए निुयक्त किया जाएगा। इनका चयन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति करेगी।

    आदेश

    राज्य और आयोग के आदेशों के बीच बाद के आदेश प्रभावी होंगे

    अध्यादेश में कहा गया है कि राज्य और आयोग द्वारा जारी किए गए आदेशों के बीच टकराव की स्थिति में बाद में निर्धारित नियम को ही लागू किया जाएगा।

    आयोग द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने पर दोषियों पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना, पांच साल की जेल या दोनों से दंडित करने का प्रावधान होगा।

    आयोग को प्रदूषणकारी इकाइयों को बंद करने और निरीक्षण करने का अधिकार भी दिया गया है।

    विवरण

    आयोग के आदेशों के खिलाफ अपील पर NGT ही कर सकेगा सुनवाई

    अध्यादेश में यह भी कहा गया है कि आयोग द्वारा जारी किए गए आदेशों के खिलाफ अपील केवल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में ही स्वीकार्य होगी।

    यह आयोग केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और ISRO के साथ-साथ राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेगा और संसद में सालाना रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।

    अध्यादेश के अनुसार आयोग का NCR पर विशेष अधिकार होगा और वह इस पर निर्णय के लिए स्वतंत्र होगा।

    बयान

    अध्यादेश को लेकर मुख्य न्यायाधीश ने की सख्त टिप्पणी

    प्रदूषण के मामले पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसए बोबडे ने कहा है कि उन्हें कुछ विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि प्रदूषण की वजह सिर्फ पराली नहीं है। वकीलों को भी लंबी-लंबी खूबसूरत गाड़ियों में घूमना बन्द करना चाहिए।

    प्रतिक्रिया

    कानूनों को लागू करने में इच्छाशक्ति का अभाव है समस्या- विशेषज्ञ

    नय आयोग को लेकर एयर क्वालिटी शोधकर्ता पोलाश मुखर्जी ने कहा कि भारत में कानूनों की कमी नहीं है। चाहे वह पराली जलाने, सब्सिडी प्रदान करने या प्रदूषक को दंडित करने के लिए ही क्यो ना हो। उनके अनुसार समस्या कानूनों को लागू करने की इच्छाशक्ति में कमी होना है।

    उन्होंने यह भी कहा कि पराली जलाने को लेकर प्रावधान केवल पंजाब, हरियाणा तक ही सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि पूरे देश पर लागू होना चाहिए।

    विवरण

    गुरुवार सुबह दिल्ली में 392 AQI किया गया था दर्ज

    बता दें कि दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 392 दर्ज किया गया है। इसकी स्थिति प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है।

    प्रदूषण को लेकर हुई पिछली सुनवाई में सरकार ने नया कानून लाने की जानकारी दी थी। उस पर मुख्य न्यायाधीश खुशी जताते हुए कहा था कि निर्णय स्वागत योग्य कदम है। यह ऐसा मुद्दा है जिस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। इससे लोगों को राहत मिलेगी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    दिल्ली
    वायु प्रदूषण
    केंद्र सरकार
    सुप्रीम कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    गूगल ने AI मॉडल के चलाने के लिए पेश किया ऐप, जानिए क्या मिलती है सुविधा  गूगल
    'भूल चूक माफ' ने 9वें दिन किया ये कारनामा, अब मुनाफा कमाने की रेस में फिल्म राजकुमार राव
    पूर्वोत्तर राज्यों में झमाझम बरसेंगे मेघ, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट  गर्मी की लहर
    LPG सिलेंडर के दाम घटे, म्यूचुअल फंड-UPI के नियम बदले; आज से हुए ये बदलाव LPG की कीमतें

    दिल्ली

    दिल्ली: युवती से दोस्ती के चलते युवक की पीट-पीटकर हत्या, पांच को लिया हिरासत में दिल्ली पुलिस
    कोरोना वायरस: सात दिनों में नए मरीजों से ज्यादा रही ठीक होने वालों की संख्या भारत की खबरें
    दिल्ली: NCDC ने त्योहारी सीजन के लिए जारी की एडवाइजरी, जताई संक्रमण फैलने की आशंका दिल्ली सरकार
    दिल्ली: 200 कोरोना संक्रमितों को श्मशान ले जाने वाले एंबुलेंस ड्राइवर की वायरस से मौत भगत सिंह

    वायु प्रदूषण

    प्रदूषित दिल्ली: 93 प्रतिशत दिल्ली वासियों को नहीं पता क्या होता है AQI, कैसे होगा सुधार? दिल्ली
    वायु प्रदूषण से हुई डायबिटीज मौतों के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर चीन समाचार
    IIT से पढ़े छात्र ने बनाया वायु प्रदूषण रोकने वाला डिवाइस, जानिये कैसे करता है काम दिल्ली
    दिल्ली और आसपास के इलाकों में छाई धुएं की परत, गंभीर स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण दिल्ली

    केंद्र सरकार

    सुप्रीम कोर्ट में सरकार बोली- सुदर्शन न्यूज के 'UPSC जिहाद' कार्यक्रम ने किया नियमों का उल्लंघन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
    खुद को भारतीय नहीं मानते कश्मीरी, चाहते हैं चीन उन पर शासन करे- फारूक अब्दुल्ला नरेंद्र मोदी
    प्रवासी मजदूरों की मौत, लिंचिंग समेत केंद्र सरकार के पास नहीं हैं इन चीजों के आंकड़े किसान
    केंद्र सरकार ने तोड़ा कानून, GST मुआवजे के फंड का किया कहीं और इस्तेमाल- CAG रिपोर्ट नियंत्रक और महालेखा परीक्षक

    सुप्रीम कोर्ट

    टेलीकॉम कंपनियों को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने बकाया चुकाने के लिए दिए 10 साल बिज़नेस
    सुशांत के परिवार पर भड़की रिया चक्रवर्ती, लेंगी लीगल एक्शन बॉलीवुड समाचार
    रेयान स्कूल मर्डर केस: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की आरोपी छात्र की जमानत याचिका हरियाणा
    10 महीने के अंदर दिल्ली में स्मॉग टावर नहीं लगे तो मानी जाएगी अवमानना- सुप्रीम कोर्ट दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025