यस बैंक के ग्राहकों को वित्त मंत्री सीतारमण ने दिया भरोसा, कहा- आपका पैसा सुरक्षित
क्या है खबर?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आर्थिक संकट से जूझ रहे यस बैंक पर पाबंदियां लगाने के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यस बैंक के ग्राहकों को आश्वस्त किया कि उनका पैसा सुरक्षित है।
मामले को समझाते हुए सीतारमण ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यस बैंक का मामला कल ही सामने आया है बल्कि 2017 से ही RBI उस पर नजर बनाए हुए है और तरह-तरह के फैसले ले रहा है।
आरोप
सीतारमण ने 2014 से पहले की UPA सरकार को ठहराया संकट के लिए जिम्मेदार
अपनी प्रेस कांन्फ्रेंस में सीतारमण ने कहा, "2017 से ही RBI यस बैंक पर निगरानी रखे हुए है। उसने पाया कि बैंक में गर्वनेंस और नियमों का कमजोर अनुपालन संबंधी समस्याएं थीं... यस बैंक लगातार जोखिम भरे लोन दे रहा था।"
सीतारमण ने बताया कि उन्होंने RBI से इन समस्याओं का कारण पता लगाने और इसे पैदा करने में कई व्यक्तियों की भूमिका की जांच करने को कहा था। उन्होंने UPA सरकार पर यह संकट पैदा करने का आरोप लगाया।
बयान
एक महीने बाद नया निदेशक मंडल संभालेगा कार्य- सीतारमण
इस दौरान सीतारमण ने साफ किया कि यस बैंक पर मात्र एक महीने के लिए पाबंदियां लगाई गई हैं और RBI एक महीने के अंदर चीजों को ठीक करेगा जिसके बाद नया निदेशक मंडल यस बैंक का कार्य अपने हाथों में लेगा।
पृष्ठभूमि
गुरुवार को RBI ने अपने हाथों में लिया था यस बैंक का नियंत्रण
गुरुवार शाम को यस बैंक के निदेशक मंडल को एक महीने के लिए निलंबित करते हुए RBI ने इसका नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था।
SBI के पूर्व वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को यस बैंक के प्रशासन की जिम्मेदारी दी गई है।
यस बैंक के लोन देने या पुराने लोन के नवीनीकरण करने, कोई निवेश करने, कोई दायित्व लेने और कोई भुगतान चुकाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
पाबंदियां
50,000 रुपये से अधिक राशि नहीं निकाल सकते यस बैंक के ग्राहक
इसके अलावा यस बैंक के ग्राहकों पर अकाउंट से एक महीने में 50,000 रुपये से अधिक राशि निकालने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
हालांकि कुछ चुनिंदा जरूरी मामलों में इससे अधिक राशि निकाली जा सकती है लेकिन इसके लिए पहले से मंजूरी लेनी होगी।
RBI के इस फैसले की जानकारी मिलने के बाद यस बैंक के ग्राहकों में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला और ATM के बाहर लंबी लाइनें लग गईं।
जानकारी
85 प्रतिशत गिरे यस बैंक के शेयर
RBI के इस फैसले के बाद जब आज सुबह शेयर बाजार खुले तो यस बैंक के शेयर 85 प्रतिशत तक गिर गए। गुरुवार शाम को 36.80 रुपये की कीमत पर बंद यस बैंक के शेयर की कीमत आज 5.65 रुपये तक गिर गई।
संकट का कारण
इसलिए खराब है यस बैंक की स्थिति
भारत के पांचवे सबसे बड़े निजी बैंक यस बैंक की आर्थिक स्थिति काफी समय से खराब बनी हुई है।
ग्राहकों के लोन न चुका पाने और पूंजी जुटाने में नाकामी को इसका एक अहम कारण माना जा रहा है। इसके अलावा प्रशासन संबंधी गंभीर समस्याओं ने इस संकट को और गहरा कर दिया है।
बैंक पिछले एक साल से पूंजी जुटाने की कोशिश कर रहा है लेकिन उसे कोई निवेशक नहीं मिला है, जिसके बाद RBI ने दखल दी है।
बैंक बचाने के लिए कदम
RBI ने जारी किया ड्राफ्ट, मांगी लोगों की राय
यस बैंक को संकट से उबारने के लिए RBI ने एक योजना का ड्राफ्ट तैयार किया है और इस पर बैंक के शेयरधारकों, ग्राहकों और अन्य लोगों से इस पर राय मांगी है।
यस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को भी ये ड्राफ्ट भेजा गया है और इस पर उनकी राय भी मांगी गई है।
RBI सोमवार तक लोगों की सलाह स्वीकार करेगी और इसके बाद मामले पर अंतिम तौर पर विचार करेगी।
जानकारी
यस बैंक के शेयर खरीद सकते हैं SBI और LIC
खबरों के अनुसार, केंद्र सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को यस बैंक के 49 प्रतिशत शेयर खरीदने को कहा है। गुरुवार देर रात ही SBI के केंद्रीय बोर्ड ने यस बैंक में निवेश की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।