उन्नाव रेप केस पीड़िता की हालत नाजुक, अभी भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर- AIIMS
क्या है खबर?
उन्नाव रेप केस की पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है और वह अभी भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर है।
पीड़िता के वकील की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
दिल्ली के AIIMS ने बुधवार को बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी।
बता दें कि दोनों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 5 अगस्त लखनऊ के KGMU अस्पताल से एयरलिफ्ट करके बेहतर इलाज के लिए AIIMS लाया गया था।
इलाज
कई विभागों के डॉक्टरों की टीम कर रही घायलों को इलाज
पीड़िता की हालत पर बयान जारी करते हुए AIIMS की मीडिया एंड प्रोटोकॉल डिविजन प्रमुख आरती विज ने कहा, "क्रिटिकल केयर, ऑर्थोपेडिक, ट्रॉमा सर्जरी और पलमनरी मेडिसिन से डॉक्टरों की एक टीम दोनों घायलों का इलाज कर रही है।"
गौरतलब है कि पीड़िता को AIIMS पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर AIIMS तक ग्रीम कॉरिडोर बनाया था।
14 मिनट के इस सफर को मात्र 18 मिनट में पूरा किया गया था।
टक्कर
पिछले महीने हुई थी काली नंबर प्लेट वाले ट्रक से टक्कर
बता दें कि 28 जुलाई को रायबरेली की जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही पीड़िता की कार की एक काली नंबर प्लेट वाले ट्रक से टक्कर हो गई थी।
इस टक्कर में पीड़िता के दो परिजन मारे गए और वह और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे।
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया था कि ये टक्कर दुर्घटना नहीं बल्कि साजिश थी और विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारों पर इसे अंजाम दिया गया।
सुनवाई
CBI ने कोर्ट से कहा, विधायक ने किया पीड़िता का रेप
इस बीच बुधवार को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में मामले पर हुई सुनवाई में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोर्ट को बताया कि आरोपी विधायक सेंगर पर लगे रेप के आरोप सही हैं।
पीड़िता ने CBI को बताया था कि सेंगर का सहयोगी शशि सिंह उसे नौकरी दिलवाने के बहाने विधायक के घर लेकर गया था।
CBI के अनुसार, इसके बाद सेंगर उसे एक कमरे में लेकर गया और उसका बलात्कार किया।
दिल्ली में सुनवाई क्यों?
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली ट्रांसफर किए थे सारे मामले
2017 में हुए इस रेप कांड की सुनवाई दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में चल रही है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इससे जुड़े सभी पांचों मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया था।
इसके अलावा आरोपी विधायक सेंगर और सह-आरोपी शशि सिंह को भी दिल्ली की तिहाड़ जेल शिफ्ट करने का आदेश जारी किया गया था।
लेकिन फिर बाद में सुरक्षा कारणों से उन्हें रोहिणी जेल भेजा गया, जहां से वह पेशी के लिए आते हैं।
उत्तर प्रदेश जेल
साक्षी महाराज समेत जेल में 10,000 लोगों से मिला था सेंगर
सेंगर पहले उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में बंद था, जहां जेल प्रशासन उसे लोगों से मिलने से रोकने में नाकामयाब रहा।
CBI ने पाया है कि सीतापुर जेल में बंद रहने के दौरान लगभग 10,000 लोगों ने सेंगर से मुलाकात की थी।
इन लोगों में उसके परिजन और रिश्तेदार ही नहीं बल्कि साक्षी महाराज समेत भाजपा के कई नेता और विधायक शामिल हैं।
बड़ी बात ये है कि कई लोग बिना रजिस्टर में एंट्री किए सेंगर से मिलते थे।