यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रविवार सुबह संकट से जूझ रहे यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार किया। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित एक मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। ED मामले में शनिवार से उनसे पूछताछ कर रही थी और लगभग 20 घंटे पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
गुरुवार को RBI ने अपने हाथों में लिया था यस बैंक का नियंत्रण
गुरुवार शाम को यस बैंक के निदेशक मंडल को एक महीने के लिए निलंबित करते हुए RBI ने इसका नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था। SBI के पूर्व वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को यस बैंक के प्रशासन की जिम्मेदारी दी गई है। यस बैंक के लोन देने या पुराने लोन के नवीनीकरण करने, कोई निवेश करने, कोई दायित्व लेने और कोई भुगतान चुकाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
50,000 रुपये से अधिक राशि नहीं निकाल सकते यस बैंक के ग्राहक
इसके अलावा यस बैंक के ग्राहकों पर अकाउंट से एक महीने में 50,000 रुपये से अधिक राशि निकालने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि कुछ चुनिंदा जरूरी मामलों में इससे अधिक राशि निकाली जा सकती है लेकिन इसके लिए पहले से मंजूरी लेनी होगी। RBI के इस फैसले के बाद यस बैंक के शेयर की कीमत 85 प्रतिशत तक गिर गई थी और ग्राहकों और निवेशकों दोनों में ही अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिल रहा है।
बैंक के डूबने में राणा कपूर की भूमिका की हो रही जांच
यस बैंक की ग्राहक कंपनियों के लोन न चुकाने और पूंजी जुटाने में असफलता बैंक की मौजूदा खराब स्थिति के बड़े कारण हैं। इन कंपनियों को बड़ा जोखिम होने के बावजूद लोन दिया गया था और इसमें राणा कपूर की नेटवर्किंग और व्यक्तिगत रिश्तों का एक अहम योगदान था। इसलिए अब जब बैंक डूबा है तो इसमें उनकी भूमिका की गहन जांच हो रही है और शुक्रवार को मुंबई स्थित उनके घर पर छापा भी मारा गया था।
DHFL से संबंधित मामले में किया गया राणा को गिरफ्तार
शुक्रवार को ही राणा के खिलाफ PMLA के तहत मामला दर्ज किया गया था और शनिवार को उन्हें पूछताछ के लिए मुंबई के ED कार्यालय ले जाया गया था। मौजूदा मामला दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DHFL) को दिए गए लोन से संबंधित है जो इस लोन को चुका नहीं पाई। ED लोन देने में राणा की भूमिका और इसके बदले में उनकी पत्नी के अकाउंट में प्राप्त हुई रिश्वत के आरोपों की जांच कर रही है।
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में घोटाले की भी हो रही जांच
ED उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में 2,267 करोड़ रुपये के कथित EPF घोटाले की जांच भी कर रही है। इस मामले में कंपनी के कर्मचारियों के वेतन का DHFL में निवेश किया गया था।
डेबिट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं यस बैंक के ग्राहक
इस बीच शनिवार रात को यस बैंक ने अपने ग्राहकों को जानकारी दी कि वे अपने यस बैंक डेबिट कार्ड की मदद से किसी भी ATM से पैसे निकाल सकते हैं। RBI के पाबंदियां लगाने के बाद से ही ग्राहकों को ATM और नेट बैंकिंग का उपयोग करने आदि में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ग्राहकों की बेचैनी को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा था कि उनका पैसा सुरक्षित है।