लोकसभा चुनाव से पहले नए चुनाव आयुक्त नियुक्त, ज्ञानेश कुमार और बलविंदर संधू को मिली जिम्मेदारी
क्या है खबर?
देश को 2 नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। पूर्व नौकरशाह ज्ञानेश कुमार और बलविंदर संधू को ये जिम्मदारी सौंपी गई है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बयान जारी कर ये जानकारी दी।
आज हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बैठक में इन दोनों नामों पर मुहर लगी।
बताया जा रहा है कि चयन समिति को 6 नाम सौंपे गए थे, जिनमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व प्रमुख संजय मिश्रा का नाम भी शामिल था।
आरोप
मैं चयन प्रक्रिया से सहमत नहीं- अधीर रंजन
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "2 चुनाव आयुक्त के चयन के लिए बैठक थी। मैं चुनाव प्रचार छोड़ कर दिल्ली पहुंचा। लोकसभा चुनाव से पहले ये रिक्तियां नहीं होनी चाहिए थी। मैंने पहले ही नामों की छोटी सूची मांगी थी, ताकि हम जांच कर सकें, लेकिन वो मौका मुझे नहीं मिला। मुझे 212 नामों की सूची दी गई। रातों-रात 212 लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त करना संभव नहीं था।"
जम्मू-कश्मीर
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
ज्ञानेश 1988 बैच के केरल कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। वे कुछ दिन पहले सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वे गठन के समय से इस मंत्रालय से जुड़े हुए थे।
इससे पहले वे गृह मंत्रालय में कश्मीर संभाग के संयुक्त सचिव थे। उनके समय में ही जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक बनाने में भी ज्ञानेश की अहम भूमिका मानी जाती है।
पंजाब
कौन हैं सुखबीर संधु?
पूर्व IAS अधिकारी सुखबीर संधू को जुलाई, 2021 में ओम प्रकाश की जगह उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। वे 1988 बैच के उत्तराखंड कैडर के IAS अधिकारी हैं।
संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे।
संधू ने सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर से MBBS और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से इतिहास में मास्टर की पढ़ाई की है। वे उच्च शिक्षा विभाग में भी काम कर चुके हैं।
इस्तीफा
हाल ही में अरुण गोयल ने दिया था इस्तीफा
9 मार्च को अरुण गोयल ने चुनाव आयुक्त पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 5 दिसंबर, 2027 तक था और वे अगले साल मुख्य चुनाव आयुक्त बनने वाले थे।
उनके इस्तीफे पर खूब राजनीति भी हुई थी। कहा जा रहा था कि उनके और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के बीच मतभेद चल रहे थे।
कांग्रेस ने गोयल के इस्तीफे पर कहा था कि चुनाव आयोग गिरने वाली अंतिम संवैधानिक संस्थाओं में से एक होगा।