पंजाब: 40 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में AAP विधायक के ठिकानों पर CBI की छापेमारी
क्या है खबर?
पंजाब पुलिस के शुक्रवार सुबह दिल्ली में भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को पंजाब के अमरगढ़ से आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक जसवंत सिंह गज्जन माजरा के तीन ठिकानों पर छापेमारी की।
CBI ने माजरा के खिलाफ कार्रवाई 40 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक धोखाधड़ी मामले में की है।
इस कार्रवाई को बग्गा की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।
प्रकरण
AAP विधायक के खिलाफ क्या है धोखाधड़ी का मामला?
CBI अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के मलेरकोटला तहसील के गौंसपुरा में स्थित तारा कॉर्पोरेशन लिमिटेड और विधायक माजरा के खिलाफ लुधियाना के बैंक ऑफ इंडिया की 40.92 करोड़ रुपये की कथित ऋण धोखाधड़ी की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि विधायक माजरा कंपनी में निदेशक और गारंटर थे। मामले में उनके भाई बलवंत सिंह, कुलवंत सिंह और भतीजे तेजिंदर सिंह सहित सभी निदेशकों और गारंटरों पर भी मामला दर्ज किया है।
अन्य
इस कंपनी को भी बनाया गया है आरोपी
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, CBI अधिकारियों ने कहा कि एक अन्य कंपनी तारा हेल्थ फूड्स लिमिटेड को भी मामले में आरोपी बनाया गया है। गौंसपुरा में स्थित फर्म DOC राइस ब्रान, DOC मस्टर्ड केक, बिनौला केक, मक्का, बाजरा और अन्य खाद्यान्नों के व्यापार में लगी हुई थी।
उन्होंने बताया कि बैंक ने कंपनी को 2011 से 2014 के बीच चार अंतराल में ऋण स्वीकृत किया था, लेकिन कंपनी ने समय पर ऋण नहीं चुकाया।
जानकारी
कंपनी ने इस तरह से की धोखाधड़ी
CBI अधिकारियों ने बताया कि कंपनी ने अपने निदेशकों के जरिए स्टॉक छुपाया था और बही ऋणों को बेईमानी से बदल दिया, ताकि इसे बैंक को निरीक्षण और वसूली के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा सके। इससे बैंक को 40.92 करोड़ का नुकसान हुआ है।
बरामदगी
CBI ने बरामद किए 16.57 लाख रुपये
CBI के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि विधायक माजरा के संगरूर स्थित तीन ठिकानों पर की गई छापेमारी में अलग-अलग व्यक्तियों के हस्ताक्षर वाले 94 खाली चेक और आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।
इसी तरह कार्रवाई में जुटी टीमों ने मौके से करीब 16.57 लाख रुपये , करीब 88 विदेशी मुद्रा नोट, संपत्ति के कुछ दस्तावेज, कई बैंक खाते और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं। मामले की जांच जारी है।
NPA
बैंक ने कंपनी के खाते को साल 2014 में घोषित किया था NPA
CBI के प्रवक्ता जोशी ने बताया कि कंपनी के ऋण की धोखाधड़ी करने के बाद बैंक ने 31 मार्च, 2014 को खाते को NPA घोषित कर दिया था। उसके बाद में 9 फरवरी, 2018 को 40.92 करोड़ रुपये की बकाया राशि के साथ धोखाधड़ी की बात सामने आई थी।
प्रवक्ता ने कहा आरोपी द्वारा बैंक से लिए गए ऋण का उपयोग उस उद्देश्य के लिए नहीं किया गया, जिसके लिए इसे लिया गया था। ऐसे में यह सीधी धोखाधड़ी है।
आरोप
AAP ने भाजपा पर लगाया गुंडों की रक्षा करने का आरोप
CBI की इस कार्रवाई और भाजपा नेता बग्गा की रिहाई को लेकर AAP ने भाजपा पर निशाना साधा है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, 'पूरी भाजपा और उसकी सरकारें अपने एक गुंडे को बचाने में लगी हुई हैं, जिन्होंने पंजाब में भाईचारे के खिलाफ बात की और दंगा भड़काया। भाजपा गुंडों की पार्टी है जो अपनी सरकार से गुंडों का काम करवाती है। ये लोग गलती से भी शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं करते।'