गोवा विधानसभा चुनाव परिणाम: निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पणजी सीट से हारे उत्पल पर्रिकर
क्या है खबर?
गोवा विधानसभा चुनाव की सबसे प्रमुख सीटों में शामिल उत्तरी गोवा जिले की पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को हार का सामना करना पड़ा है।
उन्हें कांटे के मुकाबले में भाजपा उम्मीदवार अतानासियो जे मोंसेर्राटे ने मात दी है।
बता दें साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सिद्धार्थ श्रीपद कुनक्लिनेकर ने यूनाइटेड गोअंस पार्टी के अतानासियो जे मोंसेर्राटे को 1069 वोटों से हराया था।
जानकारी
हार के बाद उत्पल ने हताई हताशा
पणजी सीट से हार के बाद उत्पल पर्रिकर ने कहा कि, "मैं अपनी लड़ाई से संतुष्ट हूं, लेकिन तो नतीजें आए हैं उनसे थोड़ा हताश हूं।" बता दें कि निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के बाद उत्पल ने भाजपा उम्मीदवार पर कई आरोप लगाए थे।
इतिहास
कैसा रहा है पणजी विधानसभा सीट का इतिहास?
पणजी विधानसभा सीट पर साल 1994 से भाजपा का कब्जा रहा है। तब से लेकर 2012 तक पांच चुनावों में यहां पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर ने जीत हासिल की थी।
उससे पहले 1963 और 1967 में यूनाइटेड गोवा पार्टी, 1972 में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, 1977 में जनता पार्टी और 1984 तथा 1989 में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने यहां से जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद से यहां भाजपा का ही राज रहा है।
नाराजगी
भाजपा के टिकट नहीं देने पर उत्पल ने किया था निर्दलीय लड़ने का निर्णय
बता दें पणजी सीट से मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने टिकट मांगा था, लेकिन भाजपा ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए यूनाइटेड गोअंस पार्टी से भाजपा में शामिल हुए अतानासियो जे मोंसेर्राटे को टिकट दे दिया।
इसको लेकर उत्पल ने कड़ी नाराजगी जताई थी।
इसके बाद उन्होंने क्षेत्र में अपने पिता के प्रभाव को देखते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के लिए रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय किया था, लेकिन अब जतना ने उम्मीदों को बड़ा झटका दे दिया।
चुनाव परिणाम
गोवा में भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही कांटे की टक्कर
गोवा में इस बार किसी भी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार नहीं किया है। भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
अब तक के नतीजों में कुल 40 सीटों में से भाजपा ने दो सीट पर जीत हासिल की है और 17 सीटों पर आगे चल रही है।
इसी तरह कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की है और 10 सीटों आगे हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी (AAP) दो सीटों पर आगे है।