दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया 'बुल्ली बाई' ऐप का क्रिएटर, इंजीनियरिंग का छात्र है आरोपी
दिल्ली पुलिस ने मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले 'बुल्ली बाई' ऐप के क्रिएटर नीरज बिश्नोई को असम से गिरफ्तार कर लिया है। उसे दोपहर 3:30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली लाया जाएगा। असम के जोरहाट के दिगंबर इलाके का रहने वाला बिश्नोई भोपाल के वेलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का द्वितीय वर्ष का छात्र है। पुलिस ने उसे पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता भी बताया है। उसके पास से एक डिवाइस भी मिला है जिससे वो ऐप को चलाता था।
ऐप के मुख्य ट्विटर अकाउंट को चलाता था बिश्नोई
दिल्ली पुलिस ने मामले पर बयान जारी करते हुए बताया कि उसकी स्पेशल सेल की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशन्स (IFSO) टीम ने बिश्नोई को उसके घर से गिरफ्तार किया। IFSO के डिप्टी पुलिस कमिश्नर केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि बिश्नोई ने ही माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर-शेयरिंग प्लेटफॉर्म गिटहब पर बुल्ली बाई ऐप बनाया था। इसके अलावा ऐप के मुख्य ट्विटर अकाउंट को भी वही चलाता था। दिल्ली लाकर उससे विस्तार से पूछताछ की जाएगी।
मामले में अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं चार लोग
बिश्नोई की गिरफ्तारी के साथ ही बुल्ली बाई ऐप मामले में गिरफ्तार होने वाले आरोपियों की संख्या चार हो गई है। मुंबई पुलिस भी मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें दो छात्र और एक 18 वर्षीय लड़की शामिल है। ये पहले फेक ट्विटर अकाउंट्स से ऐप के ट्वीट्स को रिट्वीट करते थे और फिर अपने अकाउंट्स से ही ऐसा करने लगे। मुंबई पुलिस ने आरोपी लड़की को मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
नेपाल के शख्स ने ली ऐप को बनाने की जिम्मेदार, बाकियों को निर्दोष बताया
पुलिस ने आरोपी युवती के नेपाल के किसी व्यक्ति के संपर्क में होने की बात भी कही है। नेपाल के एक अनामी शख्स ने ट्वीट करते हुए ऐप को बनाने की जिम्मेदारी भी ली है और मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को निर्दोष बताया है। उसने कहा कि युवती समेत वो तीनों उसके दोस्त थे और वह उनके अकाउंट्स यूज कर रहा था। उसने इस पर खेद भी जताता है कि उसकी वजह से वे गिरफ्तार हुए।
नेपाल के शख्स ने खुद को बताया बुल्ली बाई ऐप का मास्टरमाइंड
क्या है बुल्ली बाई ऐप का पूरा मामला?
हाल ही में गिटहब पर बुल्ली बाई नाम से एक ऐप बनाया गया था। इस ऐप पर सोशल मीडिया से मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें चुराकर उनकी 'नीलामी' की जा रही थी। यहां असल में कोई खरीद-फरोख्त नहीं होती थी, लेकिन इसका मकसद मुस्लिम महिलाओं को नीचा दिखाना और उनका मानसिक उत्पीड़न करना था। पिछले साल जुलाई में भी 'सुल्ली डील' नाम से ठीक ऐसा ही ऐप बनाया गया थ और उस पर भी मुस्लिम महिलाओं की नीलामी होती थी।
ऐप पर अपलोड की गई थीं लगभग 100 मुस्लिम महिलाओं की फोटो
बुल्ली बाई ऐप पर करीब 100 नामचीन मुस्लिम महिला की फोटो अपलोड की गई थी, जिनमें पत्रकार, अभिनेत्री और अन्य महिला कलाकार भी शामिल थीं। इसके अलावा एक लापता भारतीय छात्र की 65 वर्षीय मां और पाकिस्तानी नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की भी इस पर नीलामी की जा रही थी। ऐप पर इन महिलाओं की फोटो अपलोड कर उनकी नीलामी के लिए 'डील ऑफ द डे' के नाम से बोली भी लगाई जा रही थी।