DRDO वैज्ञानिक ने पड़ोसी को निशाना बनाने के लिए किया था दिल्ली कोर्ट में धमाका- पुलिस
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पिछले सप्ताह हुए कम तीव्रता वाले धमाके के मामले का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया है। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने इस मामले की गहन जांच-पड़ताल के बाद रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के एक वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी वैज्ञानिक ने जमीनी विवाद को लेकर पड़ोसी वकील से चल रही रंजिश के कारण उसे निशाना बनाने के लिए घटना को अंजाम दिया था।
9 दिसंबर को हुआ था रोहिणी कोर्ट में धमाका
9 दिसंबर को रोहिणी के 102 नंबर कोर्ट में कम तीव्रता का धमाका हुआ था। यह धमाका एक लैपटॉप बैग में रखे टिफिन में बम रखकर रिमोट के जरिए किया गया था। इस घटना में कोर्ट में तैनात एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल पहुंचाया तथा मौके से लोहे की कील, छर्रे और मोटरसाइकिल के इस्तेमाल होने वाली बैटरी, कांच के टुकड़े और तार सहित अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था।
धमाके के बाद विशेष शाखा को सौंपी गई थी मामले की जांच
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने बताया गिरफ्तार आरोपी भारत भूषण कटारिया है। वह DRDO में वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत है। उन्होंने घटना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच विशेष शाखा को सौंपी गई थी। इसके बाद पुलिस ने उस दिन कोर्ट में पहुंची 1,000 गाड़ियों की जांच की और 100 से ज्यादा CCTV कैमरों की 1,000 से ज्यादा फुटेज खंगाली। इसी तरह कोर्ट परिसर में लगे सभी 40 CCTV कैमरों की फुटेज भी देखी गई।
लैपटॉप बैग के आधार पर मिला पुलिस को सुराग
अस्थाना ने बताया कि पुलिस ने कोर्ट में उस सुनवाई के लिए निर्धारित मामलों की जांच की और फिर मौके से मिले बैग पर लगे लोगो के आधार पर उसकी जानकारी जुटाई गई। उसमें पता चला कि बैग बनाने वाली कंपनी कंपनी मुंबई की है और उसका दिल्ली में भी ऑफिस है। उसके बाद उसका इस्तेमाल करने वालों की जानकारी जुटाने के साथ टावर डंप की भी मदद ली गई। यहीं पुलिस को आरोपी के संबंध में सुराग मिला था।
बैग में मिली फाइलों की जांच के आधार पर आरोपी तक पहुंची पुलिस
अस्थाना ने बताया कि पुलिस ने धमाके के लिए इस्तेमाल किए गए बैग से मिली फाइलों की भी जांच की। इसके आधार पर पुलिस को आरोपी कटारिया के बारे पता चला। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके घर की तलाशी भी ली, जहां से धमाके से संबंधित कई अहम साक्ष्य मिले हैं। अब आरोपी से गहन पूछताछ जारी है।
आरोपी ने क्यों किया था धमाका?
अस्थाना ने बताया कि कटारिया ने पूछताछ में कहा कि उसका वकील अमित बक्शी से झगड़ा चल रहा था। वह और वकील एक ही बिल्डिंग में रहते हैं। झगड़े के कारण उसने बक्शी पर पांच और बक्शी ने उस पर सात केस कर रखे हैं। ऐसे में वह उससे परेशान हो गया था और उसे मारना चाहता था। उसने बताया कि घटना के दिन वकील कोर्ट में ही मौजूद था। ऐसे में उसने मौके का फायदा उठाना चाहा था।
सही तरह से बम फटता तो हो सकता था बड़ा नुकसान
अस्थाना ने बताया कि आरोपी ने बम बनाने में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया था। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। हालांकि, IED में केवल डेटोनेटर ही ब्लास्ट हुआ था, विस्फोटक में ब्लास्ट नहीं हुआ था। यदि पूरा बम फटता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। उन्होंने कहा कि आरोपी विस्फोटक लेकर कोर्ट कैसे पहुंचा, सुरक्षा में कहां चूक हुई और उसने विस्फोटक कहां से खरीदा था, इसकी जांच की जा रही है।
आरोपी ने अमेजन से खरीदा था रिमोट
अस्थाना ने बताया कि आरोपी ने बैटरी सहित कुछ सामान और रिमोट ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन से खरीदा था। वह उस दिन कोर्ट में दो बैग लेकर पहुंचा था और बम वाले बैग को वहां छोड़कर वापस चला गया था।