UN महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन, बिना नाम लिए साधा पाकिस्तान पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया वर्तमान में 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रही है। इसके लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि जो देश आतंकवाद को राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है।
यहां देखें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण।
भारत ने बताया कि दुनिया की पहली DNA आधारित कोरोना वैक्सीन- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दिया है। अब ग्लोबल वेल्यू चेन के विस्तार आवश्यकता है और भारत का आत्मनिर्भर भारत अभियान इसी भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि 'सेवा परमो धर्म' को जीने वाले भारत ने दुनिया की पहली DNA आधारित वैक्सीन विकसित कर ली। उसे 12 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाया जा सकता है। इसी तरह mRNA और नेजल वैक्सीन भी अंतिम चरण में चल रही है।
दुनिया में बढ़ता जा रहा है चरमपंथ का खतरा- पीएम मोदी
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के सामने चरमपंथ का खतरा बढ़ता जा रहा है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण, प्रगतिवादी सोच को बढ़ाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वतंत्रता के 75 वर्ष के अवसर पर भारतीय छात्रों द्वारा बनाए गए 75 उपग्रहों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने जा रहा है। यह भारत और उसके नागरिकों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
"आतंक के लिए न हो अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वर्तमान में अफगानिस्तान की महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों को हमारी जरूरत है। ऐसे में हम सभी को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।" उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर भी कड़ा प्रहार करते हुए कहा, "यह सुनिश्चित करना चाहित कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो। हमें सतर्क रहना होगा वहां कि नाजुक स्थितियों का इस्तेमाल कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल की तरह न करे।"
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन पर भी साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन पर भी इशारों-इशारों में जोरदार हमला बोला। समुद्र के जरिए व्यापार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "समुद्र हमारी साझी विरासत है। इसलिए हमें ध्यान रखना होगा कि समुद्र के संसाधनों का प्रयोग करें इसका दुष्प्रयोग नहीं करे।" उन्होंने कहा, "समुद्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन है और इसे विस्तारवाद की लड़ाई से बचना होगा. इसे बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आवाज उठानी होगी।"
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर भी दिया बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र को खुद को प्रासंगिक बनाए रखना है तो उसे प्रभावशीलता और विश्वसनीयता को बढ़ाना होगा। UN पर आज कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इन्हें कोरोना के दौरान भी देखा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को बताया लोकतंत्र की जननी
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और वह उसका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भारत की विविधता ही उसके सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। भारत एक ऐसा देश है, जहां दर्जनों भाषाएं और सैंकड़ों बोलियां बोली जाती है। अलग-अलग रहन-सहन और खानपान भारत के जीवंत लोकतंत्र का उदाहरण है।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदूषित पानी को बताया दुनियाभर की समस्या
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा प्रदूषित पानी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या है। इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए भारत में 17 करोड़ से अधिक घरों को स्वच्छ, पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के छह लाख गांवों में ड्रोन से मैपिंग कर घर और जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। इसने जमीनी विवादों को खत्म किया है।