सरकार ने बनाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड वैक्सीनेशन करने की योजना
देश में कोरोना वायरस महामारी की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए तेजी गति से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। यही कारण है कि देश में अब तक 60.7 प्रतिशत वयस्क आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। इसी बीच सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को मनाए जाने वाले 71वें जन्मदिन पर वैक्सीनेशन का नया रिकॉर्ड बनाने की योजना तैयार की है। अधिकारी जोर-शोर से इसकी तैयारी में जुटे हैं।
27 अगस्त को लगाई गई थी वैक्सीन की सबसे अधिक खुराक
बता दें कि देश में 21 जून को पहली बार वैक्सीन की सबसे अधिक 88.09 लाख खुराकें लगाने का बड़ा रिकॉर्ड बनाया गया था। उसके बाद अभियान में तेजी लाई गई और दो महीने बाद यानी 27 अगस्त को एक दिन में ही वैक्सीन की 1.03 करोड़ खुराक लगाकर नया रिकॉर्ड कायम किया गया था। अब सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर को वैक्सीनेशन का नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की है।
भाजपा नेताओं ने की वैक्सीनेशन के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड वैक्सीनेशन के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से जन्मदिन के दिन विशेष अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाने की अपील की है। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने राज्यों के चिकित्सा अधिकारियों से प्रतिदिन लगाई जाने वाली वैक्सीन की संख्या को दोगुना करने के लिए भी कहा गया है। भाजपा के बूथ लेवल कार्यकर्ता भी इसमें सहयोग करेंगे।
"प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर बनाएंगे वैक्सीनेशन का नया रिकॉर्ड"
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के निदेशक डॉ सुजीत सिंह ने NDTV से कहा, "वह हमारे प्रधानमंत्री हैं और उनके जन्मदिन पर हम एक नया दैनिक वैक्सीनेशन रिकॉर्ड बनाने की कोशिश करेंगे। इसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है।"
सरकार ने दिसंबर तक 60 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगाने का रखा है लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड वैक्सीनेशन की योजना ऐसे समय में सामने आई है जब सरकार ने दिसंबर के अंत तक देश की 60 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगाने के लिए प्रतिदिन 1.2 करोड़ वैक्सीन खुराक लगाने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, भाजपा शासित राज्यों में 17 सितंबर को बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन सामने आ सकता है, लेकिन बड़े गैर भाजपा शासित राज्यों में वर्तमान में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है और योजना के लिए झटका हो सकती है।
रिकॉर्ड वैक्सीनेशन करना होगा बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड वैक्सीनेशन करना बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। इसका कारण है कि नियमित वैक्सीनेशन अभियान में मंगलवार को 15 प्रतिशत कम हो गया। 15 दिन पहले जहां देश में 80 लाख खुराकें लगाई जा रही थी, वहीं मंगलवार को यह संख्या 61.15 लाख पर आ गई। इसी तरह मध्य प्रदेश में भले ही 21 जून को रिकॉर्ड 17 लाख खुराकें लगाई गई थी, लेकिन एक दिन बाद यह संख्या 4,098 पर आ गई थी।
उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की है योजना
सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अभी तक सात प्रतिशत से भी कम आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगी है। ऐसे में सरकार ने वहां 17 सितंबर को पिछले सप्ताह एक दिन में लगाई गई 35 लाख खुराकों से अधिक खुराक लगाने की योजना बनाई है। इसके लिए सरकार ने बलिया में विशेष शिविर लगाने का निर्णय किया है, जहां अभी तक दो लाख लोगों को ही वैक्सीन लगी है। जबकि, बलिया की कुल आबाद 30 लाख है।
बलिया में बनाए जाएंगे 192 वैक्सीनेशन केंद्र
बलिया जिले के कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके तिवारी ने कहा, "17 सितंबर को हम एक विशेष अभियान चलाएंगे। उस दिन जिले में कुल 192 वैक्सीनेशन केंद्र संचालित किए जाएंगे। गुरुवार को सभी केंद्रों को लक्ष्य आवंटित कर दिए जाएंगे।"
उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में यह रहेगी स्थिति
मध्य उत्तर प्रदेश के कन्नौज में चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर 26,000 खुराक लगाने का लक्ष्य रखा है। यह जिले में प्रतिदिन के वैक्सीनेशन से दोगुना है। बुधवार शाम 5 बजे तक कन्नौज में 2,100 से भी कम खुराकें लगाई गई है। उत्तर प्रदेश में 10 सितंबर समाप्त हुए सप्ताह में कुल 92.5 लाख से अधिक खुराकें लगाई गई थी, जबकि इस सप्ताह में अब तक 34.75 लाख खुराकें ही दी गई है।
बिहार में बुधवार को लगाई जा चुकी हैं 87,000 खुराकें
कोविन डैशबोर्ड के अनुसार, बिहार में शाम 5 बजे तक 87,000 खुराकें लगाई जा चुकी है। यहां 10 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 48.1 लाख से अधिक खुराक दी गई थी और चालू सप्ताह में अब तक महज 25 लाख खुराकें दी गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी स्वीकार किया है कि शुक्रवार को एक विशाल वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाएगा और हम इसकी जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं। उस दिन रिकॉर्ड वैक्सीनेशन होगा।"
रिकॉर्ड की जगह वैक्सीन वितरण पर है ध्यान देने की जरूरत
गुजरात में 10 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में 36 लाख से अधिक खुराकें दी गई थी, लेकिन चालू सप्ताह में अब तक 11 लाख से कम खुराकें दी गई है। इसका कारण वैक्सीन का असमान वितरण हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने के लिए रिकॉर्ड वैक्सीनेशन जरूरी है, लेकिन इसके साथ वैक्सीन का समान वितरण भी जरूरी है। यदि वैक्सीन का समान वितरण नहीं होगा तो पूरी आबादी को वैक्सीन लगाना मुश्किल हो जाएगा।