कोरोना महामारी की तीसरी लहर की चेतावनी को मौसम का अपडेट न समझें लोग- स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में भले ही कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हो गया, लेकिन विशेषज्ञों ने इसके खत्म होने से पहले ही तीसरी लहर की चेतावनी दे दी है। इसके बाद भी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में लापरवाही बरत रहे हैं तथा पर्यटन स्थल और बाजारों में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के घूम रहे हैं। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है और लोगों से इसे मौसम का अपडेट न समझने की बात कही है।
पर्यटन स्थलों और बाजारों में हो रहा कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन
राज्यों द्वारा लॉकडाउन हटाने और पाबंदियों में ढील देने के बाद अधिकतर लोग हिल स्टेशनों की ओर रुख कर रहे हैं। वहां पर्यटकों की जमकर भीड़ हो रही है और कोरोना प्रोटोकॉल का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। इसी तरह बाजारों में भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इससे देश में महामारी की तीसरी लहर के समय से पहले आने का खतरा बढ़ गया है। गत दिनों कई हिल स्टेशनों की भयावह तस्वीरें भी सामने आ चुकी है।
तीसरी लहर की चेतावनी को न समझें मौसम का अपडेट- अग्रवाल
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, "लोक यह समझने में पूरी तरह से विफल रहे हैं कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने से भविष्य में महामारी की किसी भी लहर को रोका जा सकेगा।" उन्होंने कहा, "हम जब तीसरी लहर की बात करते हैं तो उसे मौसम की अपडेट समझा जा रहा है, जो गलत है। हम तीसरी लहर की गंभीरता और अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझ रहे हैं।"
पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ रहे हैं संक्रमण के मामले- अग्रवाल
अग्रवाल ने कहा, "मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है।इसके अलावा कुछ राज्यों में मामलों में तेजी से गिरावट होने के बाद ठहराव की स्थिति आ गई है। ऐसे में इन राज्यों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।" उन्होंने आगे कहा, "महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, ओडिशा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और त्रिपुरा में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय टीमों को भेजा है।"
तीसरी लरह को रोकने के लिए करें सहयोग- डॉ पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, "दुनिया भर से कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर आ रही है। ऐसे में भारत में इस स्थिति से बचने के लिए लोगों का सहयोग करना और अपनी जिम्मेदारियों को समझना जरूरी है।" उन्होंने आगे कहा, "जुलाई में अब तक दर्ज किए गए नए मामलों में से लगभग 73.4 प्रतिशत केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा से हैं। इसी तरह 55 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भी जताई है चिंता
बता दें कि सुबह आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिना मास्क घूमती भीड़ पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था, "कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार बहुत प्रभावित हुआ है, लेकिन वर्तमान में हिल स्टेशन और बाजारों में बिना मास्क पहने और बिना प्रोटोकॉल का पालन किए बिना घूमती लोगों की भीड़ बेहद चिंता का विषय है। यह बिल्कुल ठीक नहीं है। हमें अगली लहर को रोकने पर ध्यान देना होगा।"
विशेषज्ञों ने जताई अक्टूबर तक तीसरी लहर आने की आशंका
विशेषज्ञों ने अक्टूबर तक देश में महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है, लेकिन पर्यटन स्थल और बाजारों में बिना कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किए घूमती भीड़ को देखते हुए यह पहले भी आ सकती है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी सोमवार को कहा था कि देश में तीसरी लहर आना तय है और इसे टाला नहीं जा सकता। IMA ने केंद्र और राज्य सरकारों से किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने की अपील की है।