कोरोना की तीसरी लहर: प्रधानमंत्री मोदी ने की मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें कोरोना संक्रमण की स्थिति, वैक्सीनेशन और बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई तीसरे साल में प्रवेश कर चुकी है और 130 करोड़ भारतीय अपने प्रयासों से इस लड़ाई में जरूरत कामयाब होंगे। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
ओमिक्रॉन अधिक संक्रमित, सतर्क रहने की जरूरत- मोदी
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर स्थिति धीरे-धीरे साफ हो रही है। यह बाकी वेरिएंट की तुलना में अधिक तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। कोरोना संक्रमण को जितना सीमित रखा जाएगा, परेशानियां उतनी ही कम होंगी। उन्होंने कहा, "हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन पैनिक की स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है। हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के मौसम में लोगों और प्रशासन की सतर्कता कम न हो।"
92 फीसदी व्यस्क आबादी को लगी पहली खुराक
वैक्सीनेशन की बात करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश की 92 फीसदी व्यस्क आबादी को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है और दूसरी खुराक की कवरेज भी 70 फीसदी के आसपास पहुंच चुकी है। 10 दिनों के भीतर ही देश ने करीब तीन करोड़ किशोरों का वैक्सीनेशन कर दिया है। यह भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। उन्होंने कहा कि पात्र आबादी को जितनी जल्दी प्रिकॉशन डोज लगेगी, उतना ही स्वास्थ्य तंत्र का सामर्थ्य बढ़ेगा।
मोदी बोले- अफवाहों का मुकाबला करने की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मौजूद हैं। 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए हर घर दस्तक अभियान को तेज करने और वैक्सीनेशन को लेकर चल रही अफवाहों का मुकाबला करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि कई राज्यों ने अपने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया है। आगे की रणनीति बताते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भी केंद्र और राज्यों को सामूहिक और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह भी की थी बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह भी उच्च-स्तरीय बैठक कर देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति की समीक्षा की थी। इस वर्चुअल बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और अन्य बड़े अधिकारी शामिल हुए थे। यह इस साल की पहली ऐसी बैठक थी। उससे पहले उन्होंने 24 दिसंबर को आखिरी बार महामारी पर बैठक की थी, जिसमें अधिकारियों से सतर्क और सावधान रहने को कहा था।
तीसरी लहर का सामना कर रहा है देश
प्रधानमंत्री मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब देश ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। इस लहर में डेल्टा वेरिएंट के कारण आई दूसरी लहर से भी अधिक तेजी से मामलों में उछाल देखने को मिला है। जहां दिसंबर के आखिरी सप्ताह में देश में 6,000-8,000 मामले आ रहे थे, वहीं बीते दिन 2.47 लाख से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
देश में संक्रमण की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन संक्रमण के 2,47,417 नए मामले सामने आए और 380 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,63,17,927 हो गई है। इनमें से 4,85,035 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11,17,531 हो गई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण तेजी से फैलते संक्रमण को रोकने के लिए कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू की हुई हैं।